आरपीआई (ए) भी करेगी नागरिकता क़ानून के समर्थन में रैलियां
नागरिकता क़ानून के विरोधी इस बात से खुश हो रहे हैं कि देश भर में इस आग की लपटें तेज़ी से फैलती चली गईं..अब इसके समर्थन में भी उतर रहे हैं देश के लोग सड़कों पर
नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध को षड्यंत्र के अंतर्गत देश भर में फैलाया गया और देश में ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की गई कि सारा देश इस क़ानून का विरोधी है. लेकिन इस झूठ के पाँव नहीं हैं क्योंकि अब एक के बाद एक इसके समर्थन में लोग सामने आ रहे हैं. अब तो राजनीतिक दल रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इण्डिया भी इसके समर्थन में सड़कों पर उतर रही है.
रामदास आठवले ने की घोषणा
आरपीआई याने रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया (A) नेता रामदास आठवले ने देश में नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध पर दुःख प्रकट करते हुए घोषणा की है कि अब उनकी पार्टी सड़कों पर उतर कर इस क़ानून पर जन-समर्थन जुटाएगी. आठवले ने कहा कि इसके लिए हम महाराष्ट्र में रैलयां करेंगे और जनता को इस क़ानून के बारे में बताएँगे.
दस जनवरी से शुरू होंगी रैलियां
रामदास आठवले ने इस सिलसिले में जानकारी देते हुए बताया कि उनकी पार्टी आरपीआई (ए) दस जनवरी से रैलियां शुरू करेगी और हर जिले और तहसील स्तर पर नागरिकता संशोधन क़ानून के जनता को एकजुट करेगी. उन्होंने कहा कि इस दौरान हम किसानों के साथ-साथ ओबीसी विकास निगम से ऋण लेने वाले लोगों के ऋण माफ़ करने की मांग भी करेंगे.
नागरिकता क़ानून के समर्थन में लोग उतरे सड़कों पर
जितनी एकता नागरिकता क़ानून के विरोधियों ने दिखाई उतनी इसके समर्थक नहीं दिखा सके. लेकिन जागरूक नागरिकों ने भोपाल, देहरादून, अररिया, अरवल, गोपेश्वर, बगहा आदि देश के कई शहरों में जुलूस निकाल कर इस क़ानून को अपना समर्थन प्रदान किया है.
नागरिकता क़ानून के लिए पीएम मोदी का भी अभियान
प्रधानमंत्री मोदी ने भी फैसला किया है कि वे नागरिकता क़ानून के समर्थन में आवाज़ उठाएंगे और सारे देश के लोगों से साथ आने का आव्हान करेंगे. इसके लिए उन्होंने #इंडियासपोर्टसीएएए नामक अभियान प्रारम्भ किया है.
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