यूपी चुनाव से ठीक पहले पीएम मोदी को क्यों याद आया सीतापुर? जानिये पूरी कहानी

यूपी विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के सीतापुर जिले से जुड़ी यादों का ताजा किया है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Sep 14, 2021, 11:47 PM IST
  • आंखों के इलाज के लिये प्रसिद्ध था सीतापुर- पीएम
  • सीतापुर आंख अस्पताल पूरी दुनिया में था प्रसिद्ध
यूपी चुनाव से ठीक पहले पीएम मोदी को क्यों याद आया सीतापुर? जानिये पूरी कहानी

नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े सूबे उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव बिल्कुल करीब है. जनवरी में चुनाव आयोग मतदान की तारीखों का ऐलान कर सकता है. इससे ठीक पहले सभी सियासी दल सक्रिय हो गये हैं. 

इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के सीतापुर जिले से जुड़ी यादों का ताजा किया है. उन्होंने कहा कि बचपन में जब मैं देश के जिलों का नाम भी नहीं जानता था तब मैंने सीतापुर का नाम सुना था. 

आंखों के इलाज के लिये प्रसिद्ध था सीतापुर- पीएम

प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के मॉडल को देखने के बाद अपने संबोधन में कहा कि 55-60 साल पहले अगर हमारे गांव के किसी व्यक्ति को आंख की कोई बीमारी हो जाती थी और उसे इलाज की जरूरत होती थी तो हर कोई कहता था कि सीतापुर चले जाओ. तब मैं ज्यादा समझ नहीं पाता था लेकिन हम अक्सर सीतापुर शब्द सुनते थे. सीतापुर तब भी आंखों के इलाज के लिये प्रसिद्ध था. 

सीतापुर आंख अस्पताल पूरी दुनिया में प्रसिद्ध

पीएम मोदी पहले भी कहा चुके हैं कि सीतापुर का उनके जीवन में गहरा स्थान है. सीतापुर विधायक सुरेश राही से बातचीत के दौरान भी प्रधानमंत्री मोदी सीतापुर में स्थित विश्व प्रसिद्ध आंख अस्पताल का जिक्र कर चुके हैं. 

भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गया अस्पताल

सीतापुर का जो आंख अस्पताल कभी पूरी दुनिया में प्रसिद्ध था आज वो अधिकारियों के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया. कोरोना काल में मरीजों के साथ हुई बर्बरता की तस्वीरें पूरे देश ने देखीं. अब जब चुनाव करीब हैं तो पीएम मोदी ने अलीगढ़ से सीतापुर आंख अस्पताल का जिक्र किया है. 

ये भी पढ़ें- सहवाग ने बताया किस सीरीज के बाद अजिंक्य रहाणे हो जाएंगे भारतीय टीम से बाहर 

वर्ष 1926 में पदमश्री और पद्मभूषण से सम्मानित डॉ. महेश प्रसाद मेहरे ने अंधेपन के खिलाफ अभियान चलाकर सीतापुर आंख अस्पताल की आधारशिला रखी थी. गुलामी के कालखंड में डॉ. मेहरे मिट्टी और घास से बने मकान में इस अस्पताल का संचालन करते थे. मेहरे के अभूतपूर्व योगदान के लिए कई बड़े सम्मानों से नवाजा गया था. बाद में इसे आधुनिकता देते हुए 1975 में नेत्र चिकित्सालय के रूप में स्थापित किया गया. तब इस अस्पताल के संचालन की जिम्मेदारी बस्ती के डिस्ट्रिक्ट आई रिलीफ सोसाइटी की थी. पदेन अध्यक्ष डीएम व सचिव सीडीओ हुआ करते थे.

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.  

ट्रेंडिंग न्यूज़