धोनी की प्रशंसा में पीएम मोदी ने लिखी चिठ्ठी, `धोनी में झलकती है नये भारत की रूह`
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास लेने के बाद उनके लिए एक चिट्ठी लिखी है. इसमें उन्होंने धोनी के खेल की जमकर सराहना की है.
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के सर्वश्रेष्ठ कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. धोनी के संन्यास की खबर सुनकर सभी लोग चौंक गए. धोनी के प्रशंसक धोनी के शानदार खेल को याद कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी धोनी के खेल की सराहना की है और उन्हें नये भारत के युवाओं की असली प्रेरणा बताया. पीएम मोदी के द्वारा सराहना भरी चिट्ठी पाने के बाद धोनी गदगद हो गए. उन्होंने प्रधानमंत्री को इसके लिए धन्यवाद दिया और पूरी चिट्ठी ट्वीट की.
धोनी नये भारत की रूह- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी चिट्ठी में धोनी के लिए लिखा है कि आप में नए भारत की रुह झलकती है, जहां युवाओं की किस्मत उनके परिवार का नाम तय नहीं करता है, बल्कि वे अपना खुद का मुकाम और नाम हासिल करते हैं. 15 अगस्त 2020 को आपने सादगी भरे अंदाज में एक छोटा वीडियो शेयर किया जो पूरे देश में एक लंबी और बड़ी बहस के लिए काफी था. आपने संन्यास की घोषणा करके अपने फैंस को चौंका दिया.
धोनी भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तान- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने लिखा है कि धोनी के करियर को आंकने का एक तरीका आंकड़ो के चश्मे से देखने का है. धोनी भारतीय क्रिकेट के सबसे कामयाब कप्तानों में शुमार किए जाते हैं. भारत को दुनिया में टॉप टीम बनाने में धोनी का अहम रोल रहा है. क्रिकेट इतिहास में महेन्द्र सिंह धोनी का नाम दुनिया के बेस्ट बल्लेबाजों में, बेस्ट कप्तानों में और बेशक बेस्ट विकेटकीपर्स में लिखा जाएगा.
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सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है धोनी का जीवन- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि धोनी की तरक्की और उसके बाद के जीवन ने उन करोड़ो नौजवानों को प्रेरणा दी तो महंगे स्कूल या कॉलेजो में नहीं जा पाए और न ही वो किसी नामी गिरामी परिवार से आते हैं लेकिन उनके पास खुद को सबसे ऊंचे स्तर पर स्थापित करने की क्षमता है.
पीएम मोदी ने कहा कि धोनी एक छोटे शहर से उठकर नेशनल लेवल पर छा गए. धोनी ने अपने लिए नाम बनाया और सबसे अहम ये है कि देश का गौरव बढ़ाया. उन्होंने चिट्ठी में लिखा है कि मुश्किल हालात में आप पर निर्भरता और मैच को पूरा करने का आपका स्टाइल, खास तौर पर 2011 वर्ल्ड कप फाइनल, कई पीढ़ियों तक लोगों को याद रहेगा.