नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली के करियप्पा ग्राउंड पर एनसीसी रैली हुई, कार्यक्रम के शुरू में पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, प्रधानमंत्री ने परेड की सलामी ली. दिल्ली में हुई एनसीसी रैली में कैडेट्स ने रंगारंग कार्यक्रम किए. इस दौरान रक्षा मंत्री और तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद रहे. इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने क्या कुछ खास कहा, नीचे पढ़िए..


PM Modi के संबोधन की बड़ी बातें


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'आप सभी एनसीसी के युवा साथियों के बीच जितने भी पल बिताने का मौका मिलता है, वो बहुत सुखद अनुभव देता है. आज के कार्यक्रम देखकर सिर्फ मुझे ही नहीं, हर किसी को गर्व महसूस होता होगा. आपने 26 जनवरी की परेड में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है. 26 जनवरी की परेड के दौरान, आपने कुछ शानदार प्रदर्शन किए और देश को गौरवान्वित किया. हमने देखा है कि दुनिया भर में अनुशासित देश हावी हैं, और भारत में, एनसीसी सामाजिक जीवन में अनुशासन को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.'


'बाढ़ से लेकर किसी भी अन्य प्राकृतिक आपदाओं में, एनसीसी कैडेटों ने ऐसी आपदाओं के दौरान भारत के लोगों की मदद की है. COVID के दौरान लाखों कैडेट्स ने समाज की सेवा करने में प्रशासन की मदद की.'


'दुनिया के सबसे बड़े यूनिफॉर्म यूथ ऑर्गनाइजेशन के रूप में NCC दिनों-दिन और मजबूत होते जा रही है.
शौर्य और सेवा भाव, भारतीय परंपरा को जहां बढ़ाया जा रहा है, वहां NCC कैडेट नजर आता है.
जहां संविधान के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने का अभियान चल रहा है, वहां भी NCC कैडेट दिखते हैं.
पर्यावरण, जल संरक्षण या स्वच्छता से जुड़ा कोई अभियान हो वहां NCC के कैडेट जरूर नजर आते हैं.'


'नक्सलवाद आज देश के कुछ ही जिलों में मौजूद है और कई लोगों ने इसका अभ्यास करना छोड़ दिया है और देश में विकास में योगदान दे रहे हैं. हमने COVID के दौरान लोगों को उनकी जिम्मेदारियों के प्रभावी परिणाम देखे हैं. इन झगड़ों के कारण भारत ने महामारी का सामना किया.'



'कोरोना के पूरे कालखंड में लाखों लाख कैडेट्स ने देश भर में जिस प्रकार प्रशासन, समाज के साथ मिलकर काम किया है वो प्रशंसनीय है. हमारे संविधान में जिन नागरिक कर्तव्यों की बात कही गई है, वो निभाना सभी का दायित्व है. सरकार ने एनसीसी की भूमिका को व्यापक बनाने की कोशिश की है. हमारी सीमाओं - भूमि और समुद्र - दोनों को जोड़ने में एनसीसी की भागीदारी बढ़ाई जा रही है. पिछले साल, 15 अगस्त को घोषणा की गई थी कि तटीय और सीमावर्ती क्षेत्रों के पास, देश के 175 जिलों में एनसीसी को नई जिम्मेदारी दी जाएगी. इसके लिए सेना, नौसेना और वायु सेना 1 लाख एनसीसी कैडेटों को प्रशिक्षित कर रही है. इनमें से एक तिहाई हमारी गर्ल कैडेट हैं.'


'ये कालखंड चुनौतीपूर्ण तो रहा लेकिन ये अपने साथ अवसर भी लाया.'


अवसर, चुनौतियों से निपटने का विजयी बनने का.
अवसर, देश के लिए कुछ कर गुजरने का.
अवसर, देश की क्षमताएं बढ़ाने का.
अवसर, आत्मनिर्भर बनने का.
अवसर, साधारण से असाधारण और असाधारण से सर्वश्रेष्ठ बनने का.


'इन सभी लक्ष्यों की प्रप्ति में भारत की युवा शक्ति की भूमिका और युवा शक्ति का योगदान सबसे महत्वपूर्ण है. आप सभी के भीतर मैं एक राष्ट्रसेवक के साथ ही एक राष्ट्र रक्षक भी देखता हूं. सरकार ने 1 से 98 तक फायरिंग सिमुलेटरों की संख्या में वृद्धि की है, लगभग 100. माइक्रो-लाइट फ्लाइट सिमुलेटरों की संख्या भी 5 से बढ़ाकर 48 और सिमुलेटरों को 11 से बढ़ाकर 60 कर दिया गया है. ये आधुनिक सिमुलेटर प्रशिक्षण में सुधार करेंगे एनसीसी के गुण.'


'एनसीसी ने बालिका कैडेटों में 35% की वृद्धि देखी है. हमारे रक्षा बलों के हर मोर्चे को महिलाओं के लिए खोला जा रहा है. भारत की मजबूत बेटियां दुश्मनों के खिलाफ लड़ाई के लिए तैयार हैं. भारत को आपकी बहादुरी की जरूरत है.'


'ये आयोजन जिस मैदान पर हो रहा है, उसका नाम फील्ड मार्शल केएम करिअप्पा जी के नाम पर है, वो भी आपके लिए बड़ी प्रेरणा हैं. उनका जीवन शौर्य की अनेक गाथाओं से भरा है. 1947 में उनके रणनीतिक कौशल की वजह से भारत को युद्ध में निर्णायक बढ़त मिली थी.'



'भारत की वीर बेटियां हर मोर्चे पर शत्रु से लोहा लेने के लिए आज भी मोर्चे पर डटी हैं. आपके शौर्य की देश को जरूरत है और नई बुलंदी आपका इंतजार कर रही हैं. मैं आपमें भविष्य के अधिकारी देख रहा हूं. एनसीसी डिजिटल प्लेटफॉर्म में पहले से ही 20,000 से अधिक कैडेट हैं. इन कैडेटों ने अपने अनुभवों और विचारों को साझा करना शुरू कर दिया है. मुझे आशा है कि आप सभी इस मंच का और भी अधिक उपयोग करेंगे.'


'जीवन में प्रेरणा के इतने बड़े अवसर एक साथ आएं ऐसा बहुत ही कम होता है. नेताजी सुभाष जिन्होंने अपने पराक्रम से दुनिया की सबसे मजबूत सत्ता को हिलाकर रख दिया था, आप नेताजी के बारे में जितना पढ़ेंगे उतना ही आपको लगेगा कि कोई भी चुनौती इतनी बड़ी नहीं होती कि आपके फैसले को डिगा सके.'


'एक कैडेट और नागरिक के रूप में, यह वर्ष देश के लिए एक नई प्रतिज्ञा लेने और उस प्रतिज्ञा पर चलने का समय है. अंतिम वर्ष में, भारत ने सामूहिक रूप से कई समस्याओं का सामना किया, और हमें एकजुटता की भावना को मजबूत करने की आवश्यकता है. हमें अपनी अर्थव्यवस्था पर महामारी के दुष्प्रभाव को नष्ट करने और आत्मनिर्भर भारत के मिशन को पूरा करने की आवश्यकता है. ये वर्ष एक कैडेट के रूप में, भारतीय नागरिक के रूप में नए संकल्प लेने का वर्ष है. देश के लिए संकल्प लेने का वर्ष है, देश के लिए नए सपने लेकर चल पड़ने का वर्ष है.'



'भारत को फ्रांस से 3 और राफेल मिले हैं. उनके पास मध्य-हवा को फिर से भरने की क्षमता है, जो भारत के मित्र यूएई द्वारा ग्रीस और सऊदी अरब द्वारा मदद की गई है. यह मध्य-पूर्व के देशों के साथ भारत की मजबूत दोस्ती का चित्रण है. भारत जल्द ही एक बाजार होने के बजाय रक्षा उपकरणों के निर्माता के रूप में जाना जाएगा. आप आत्मनिर्भरता के कई लक्ष्यों को पूरा कर रहे हैं. जब आप स्थानीय ब्रांडों के साथ अपने मंडलियों में उत्साह देखते हैं, तो यह एक सकारात्मक बदलाव है.'


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