नई दिल्ली: Rajasthan Congress: राजस्थान में एक बार फिर कांग्रेस की सियासत में हलचल आई है. हार के बाद ठंडी पड़ी सियासत में गहलोत और पायलट गुट फिर से एक-दूसरे के सामने हो गए हैं. नेता प्रतिपक्ष के पद को लेकर दोनों गुट के अपनी-अपनी ताकत झोंक रहे हैं. 


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गहलोत गुट क्या चाह रहा?
पूर्व सीएम अशोक गहलोत का गुट महेंद्रजीत सिंह मालवीय की पैरवी कर रहा है. मालवीय गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. वो मुख्यमंत्री गहलोत के भी करीबी माने जाते हैं. मालवीय बागीदौरा से कांग्रेस के विधायक हैं. इनको प्रदेश के बड़े आदिवासी नेता के तौर पर देखा जाता रहा है. हालांकि, पायलट गुट इनके नाम पर सहमत नहीं है.


पायलट गुट की पसंद कौन?
वैसे तो पायलट गुट किसी खास व्यक्ति के लिए लॉबिंग नहीं कर रहा है. लेकिन गहलोत गुट के किसी विधायक पर मुहर नहीं लगने देना चाहते. बायतु से विधायक हरीश चौधरी का नाम भी चर्चा में है. हरीश चौधरी के लिए AICC के कुछ नेता भी लॉबिंग कर रहे हैं. पायलट गुट भी हरीश के नाम पर सहमत है.


कौन-कौन हैं नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में?
नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में महेंद्रजीत सिंह मालवीय और हरीश चौधरी के अलावा राजेंद्र पारीक, टीकाराम जूली और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का नाम भी चर्चा में है. यदि डोटासरा को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी मिलती है, तो उन्हें प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटना होगा. फरवरी में विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो जाएगा, इससे पहले ही नेता प्रतिपक्ष का चयन होना है.


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