नई दिल्ली: दिल्ली के कुछ इलाकों में सोमवार को भड़की हिंसा के बाद आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाई लेवल बैठक बुलाई. इस बैठक में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल अनिल बैजल समेत दिल्ली पुलिस के बड़े अधिकारियों को बुलाया गया.


एक पुलिसकर्मी समेत कुल 8 लोगों की मौत


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दिल्ली में हुई हिंसा पर अमित शाह की पिछले 14 घंटे में ये दूसरी बड़ी बैठक थी. बैठक में पुलिस की तरफ से बताया गया कि कुछ इलाकों में हालात सामान्य हुए हैं. वहीं कुछ जगहों पर तनाव को देखते हुए RAF को तैनात किया गया है.  ऐहतियात के तौर पर दिल्ली में 13 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां भी पुलिस की मदद के लिए तैनात की गई हैं. इनमें दो कंपनियां रैपिड एक्शन फोर्स, जबकि एक सीआरपीएफ महिला कंपनी भी शामिल है.  अब तक हिंसा में एक पुलिसकर्मी समेत कुल 8 लोगों की मौत हो चुकी है.


CM केजरीवाल ने भी की इमरजेंसी बैठक


इससे पहले दिल्ली हिंसा को देखते हुए, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आपात बैठक बुलाई. इस बैठक के बाद केजरीवाल ने कहा कि पुलिस को ऊपर से कार्रवाई का आदेश नहीं है, इसलिए वह उचित कार्रवाई नहीं कर पा रही है. सीमाई इलाकों से लोग दिल्ली आ रहे हैं और हिंसा कर रहे हैं. हमने बॉर्डर को सील करने और उपद्रवियों पर कार्रवाई की मांग की है.


कई इलाकों में धारा 144 लागू


हिंसा को देखते हुए पुलिस ने नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के कई इलाकों में अगले कुछ दिनों के लिए धारा 144 लगा दी है. शांति बहाली के लिए अलग-अलग इलाकों में पुलिस ने अमन कमेटी से बातचीत की. लोगों से भी अपील की जा रही है कि वो अफवाहों पर ध्यान ना दें.


पिंक लाइन के कई मेट्रो स्टेशन बंद


हिंसा की वजह से आज भी पिंक लाइन के कई मेट्रो स्टेशन बंद रखे गए हैं. दिल्ली मेट्रो ने जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जोहरी इनक्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन बंद रखने का फैसला किया है. इसी बीच कल पुलिस पर खुलेआम पिस्टल तानने और हवाई फायरिंग के आरोप शाहरूख को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. शाहरूख पर दंगा भड़काने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत कई धाराओं में केस दर्ज किये गए हैं.


असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा आरोप


दिल्ली हिंसा पर AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा आरोप लगाया है. ओवैसी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली में जो भी हिंसा हो रही है, वो राज्य प्रायोजित है. ओवैसी ने कहा कि अगर सरकार को इस बात की जानकारी थी कि ट्रंप के दौरे के दौरान हिंसा हो सकती है. तो कार्रवाई क्यों नहीं की गई. ओवैसी ने आरोप लगाया कि दिल्ली हिंसा साम्प्रदायिक हिंसा नहीं, बल्कि सरकार समर्थित हिंसा है.


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नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के आड़ में दंगाईयों ने सारी सीमाओं का तोड़ दिया. पुलिस को मार डाला तो कर्दमपुरी में एक निजी न्यूज़ चैनल के पत्रकार आकाश को कवरेज के दौरान गोली लग गई. जिन्हें GTB अस्पताल में भर्ती करवाया गया.


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