मॉस्को. पश्चिमी देशों के खिलाफ अपनी 'अदावत' के लिए पहचान रखने वाले रूस ने चीन के सामने एक नई पेशकश की है. रूस के राष्ट्रपति भवन यानी क्रेमलिन के एक सीनियर अधिकारी ने चीन के साथ करीबी समन्वय नीति पर काम करने का आह्वान किया.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी और सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पेत्रुशेव ने लिए चीनी विदेश मंत्री की मेजबानी करते हुए मॉस्को और बीजिंग के बीच करीबी समन्वय नीति का आह्वान किया. उन्होंने कहा हमारा देश-प्रगतिशील विकास और रूस-चीन के रणनीतिक सहयोग को और मजबूती देना चाहता है.
इन मुद्दों पर किया चीन का समर्थन
इस अवसर पर एक बार फिर मॉस्को ने ताइवान, पश्चिमी शिनजियांग क्षेत्र और हांगकांग से संबंधित मुद्दों पर बीजिंग की नीति के लिए रूस के समर्थन की पुष्टि की. पेत्रुशेव ने आरोप लगाया कि चीन को बदनाम करने के लिए पश्चिमी देशों द्वारा इन मुद्दों का इसका इस्तेमाल किया जा रहा है.
चीन और रूस को घेरने के आरोप
उन्होंने आरोप लगाया कि रूस और चीन को घेरने के लिए पश्चिमी देशों के अभियान के बीच इंटरनेशनल लेवल पर रूसी-चीनी समन्वय तथा संवाद को और गहरा करना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है. वहीं चीन की महात्वाकांक्षी बेल्ट एवं रोड इनिशियेटिव के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अगले महीने बीजिंग यात्रा के दौरान पुतिन चीनी नेता शी जिनपिंग के साथ ‘ठोस’ वार्ता करने के लिए तैयार हैं.
ये भी पढ़ें- प्लंबर से आतंकी बनने की कहानी; जानें कौन था हरदीप सिंह निज्जर, जिसके लिए भारत से भिड़ रहे कनाडा के पीएम
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.