नई दिल्ली: देश के दक्षिणी राज्यों के भी कोविड-19 की दूसरी लहर की चपेट में आने के बीच केरल में शनिवार सुबह से पूर्ण लॉकडाउन लागू हो गया, जबकि तमिलनाडु में भी 10 मई से दो सप्ताह का ‘‘पूर्ण’’ लॉकडाउन लग जाएगा. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि राज्य में 10 मई से 24 मई तक लॉकडउन जैसे कड़े प्रतिबंध लागू होंगे.

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केरल सरकार ने नौ दिन का पूर्ण लॉकडाउन लगाने का निर्णय किया है क्योंकि पूर्व में लगाए गए सप्ताहांत प्रतिबंध संक्रमण के मामलों में वांछित कमी लाने में विफल रहे. मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने कहा कि राज्य दूसरी लहर में अधिक चुनौतियों का सामना कर रहा है. राज्य सरकार के अनुसार केरल में शनिवार को संक्रमण के 41,971 नए मामले सामने आए जिससे राज्य में महामारी के कुल मामलों की संख्या 18,66,827 हो गई है. वहीं, संक्रमण से 64 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या 5,746 हो गई है.

केरल में वर्तमान में उपचाराधीन मामलों की संख्या 4.17 लाख है. केरल में आवश्यक सेवाओं को लॉकडाउन से छूट दी गई है और लोगों को अनावश्यक रूप से बाहर निकलने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है. पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है. राज्य में सभी बड़े मंदिर हैं. सभी सीमाओं पर पुलिस कड़ी निगरानी रख रही है और केवल मालवाहक वाहनों तथा अधिकारियों से अनुमति प्राप्त वाहनों को ही जांच चौकियों से गुजरने दिया जा रहा है.


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वहीं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा कि राज्य में संक्रमण के रोजाना लगभग 25 हजार मामले सामने आने के कारण पूर्ण लॉकडाउन लगाने की जरूरत महसूस हुई. उन्होंने कहा, ‘‘बीमारी के प्रसार को रोकने के प्रयासों को और मजबूत करने के लिए 10 मई सुबह चार बजे से 24 मई सुबह चार बजे तक पूर्ण लॉकडाउन लागू रहेगा.’’ पुडुचेरी में पहले की 10 मई तक के लिए लॉकडाउन लागू है. आंध्र प्रदेश ने छह मई से दो सप्ताह के लिए कर्फ्यू के साथ आंशिक लॉकडाउन की घोषणा की थी. राज्य ने पहले रात्रि कर्फ्यू लगाया था. तेलंगाना ने रात्रि कर्फ्यू को 15 मई तक के लिए बढ़ा दिया है.

महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बड़ी संख्या में उपचाराधीन मामले हैं. महाराष्ट्र में यह आंकड़ा सर्वाधिक 6.57 लाख मामलों का है. आंध्र प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और बिहार में भी बड़ी संख्या में उपचाराधीन मामले हैं. कई राज्य पहले ही लॉकडाउन या कोरोना कर्फ्यू जैसे कदमों की घोषणा कर चुके हैं.

पूर्वोत्तर के राज्यों में मिजोरम सरकार 10 मई से सात दिन के पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर चुकी है, जबकि सिक्किम ने 16 मई तक लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध लगाए हैं. दिल्ली में 19 अप्रैल से लॉकडाउन है. पिछली बार इसे 10 मई तक के लिए बढ़ाया गया था. हरियाणा में तीन मई से सात दिन का लॉकडाउन है. इससे पहले राज्य के नौ जिलों में सप्ताहांत कर्फ्यू लगाया गया था.

बिहार में चार मई से 15 मई तक लॉकडाउन है. उत्तर प्रदेश ने सप्ताहांत लॉकडाउन की अवधि 10 मई सुबह सात बजे तक के लिए बढ़ा दी है. ओडिशा में पांच से 19 मई तक का लॉकडाउन है. वहीं, राजस्थान ने 10 से 14 मई तक सख्त लॉकउाउन लगाने का फैसला किया है. झारखंड ने लॉकडाउन जैसे प्रतिबंध 13 मई तक बढ़ा दिए हैं.

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छत्तीसगढ़ ने सप्ताहांत लॉकडाउन की घोषणा की है. पंजाब ने 15 मई तक के लिए सप्ताहांत लॉकडाउन और रात्रि कर्फ्यू जैसे कदमों की घोषणा की है. चंडीगढ़ प्रशासन ने भी सप्ताहांत लॉकडाउन लगा रखा है. मध्य प्रदेश में 15 मई तक ‘जनता कर्फ्यू’ लागू है. इसके अलावा गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, पश्चिम बंगाल, असम, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, और सिक्किम में लॉकडाउन या रात्रि कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लागू हैं.

जम्मू कश्मीर ने चार जिलों में 10 मई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है और सभी 20 जिलों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में रात्रि कर्फ्यू जारी रहेगा. उत्तराखंड ने भी कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं. हिमाचल प्रदेश ने सात से 16 मई तक लॉकडाउन या ‘कोरोना कर्फ्यू’ लागू किया है.

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