बेटी ने कहा था आएगा सियासी भूचाल, फिर शरद पवार ने दिया इस्तीफा; जानिए पूरा समीकरण
महाराष्ट्र की राजनीति ने पिछले कुछ सालों से कई उतार-चढ़ाव देखें हैं. ताजा घटनाक्रम महाराष्ट्र की सियासत से जुड़े चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार की है, जिन्होंने मंगलवार को एनसीपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया.
नई दिल्लीः महाराष्ट्र की राजनीति ने पिछले कुछ सालों से कई उतार-चढ़ाव देखें हैं. ताजा घटनाक्रम महाराष्ट्र की सियासत से जुड़े चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार की है, जिन्होंने मंगलवार को एनसीपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. इससे कुछ दिन पहले शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने कहा था कि 15 दिन में महाराष्ट्र की राजनीति में दो बड़े विस्फोट होंगे. उनके इस बयान के ठीक 16वें दिन यानी की मंगलवार को 82 साल के शरद पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का अध्यक्ष पद छोड़ने का ऐलान कर दिया.
किसी कारण का जिक्र नहीं किया
हालांकि, इस्तीफा देने के बाद शरद पवार ने इसकी वजह नहीं बताई. पवार ने कहा कि वो इस्तीफा देने जा रहे हैं. हालांकि, 4 दिन पहले गुरुवार को शरद पवार ने कहा था कि रोटी पलटने का वक्त आ गया है. किसी ने मुझसे कहा कि रोटी सही समय पर पलटनी है. न पलटे तो कड़वी हो जाती है. इस बयान पर अजीत पवार ने कहा कि नए चेहरों को आगे लाना NCP की परंपरा रही है. NCP महाराष्ट्र के महा विकास अघाड़ी गठबंधन में सहयोगी है.
1999 में बनाई थी एनसीपी
पवार ने 1999 में कांग्रेस से अलग होकर NCP बनाई थी. उसके बाद से ही वे पार्टी के अध्यक्ष थे. पवार के ऐलान के बाद पार्टी कार्यकर्ता रोने लगे और उनसे फैसला वापस लेने की मांग करने लगे.
अजित ने बोला- भावुक न हों
शरद पवार के इस्तीफे के बाद भावुक कार्यकर्ताओं से अजित पवार ने कहा, 'शरद पवार की उम्र को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. वो सभी कार्यक्रमों में मौजूद रहेंगे. अध्यक्ष नहीं हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि वो पार्टी में नहीं हैं. आप भावुक ना हों. जो भी नया अध्यक्ष होगा, हम उसके साथ खड़े रहेंगे.'
जानिए इस्तीफे में क्या बोले शरद
शरद पवार ने इस्तीफे में लिखा, 'मेरे साथियों! मैं NCP के प्रेसिडेंट का पद छोड़ रहा हूं, लेकिन सामाजिक जीवन से रिटायर नहीं हो रहा हूं. लगातार यात्रा मेरी जिंदगी का अटूट हिस्सा बन गया है. मैं पब्लिक मीटिंग और कार्यक्रमों में शामिल होता रहूंगा. मैं पुणे, बारामती, मुंबई, दिल्ली या भारत के किसी भी हिस्से में रहूं, आप लोगों के लिए हमेशा की तरह उपलब्ध रहूंगा. लोगों की समस्याएं सुलझाने के लिए मैं हर वक्त काम करता रहूंगा. लोगों का प्यार और भरोसा मेरी सांसें हैं. जनता से मेरा कोई अलगाव नहीं हो रहा है. मैं आपके साथ था और आपके साथ आखिरी सांस तक रहूंगा. तो हम लोग मिलते रहेंगे. शुक्रिया.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.