Share Market Crash: निवेशकों को डराने लगी कोरोना वाली दहशत! चीनी वायरस HMPV के खौफ से क्रैश हुआ शेयर बाजार, ₹800000 करोड़ खाक
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Share Market Crash: निवेशकों को डराने लगी कोरोना वाली दहशत! चीनी वायरस HMPV के खौफ से क्रैश हुआ शेयर बाजार, ₹800000 करोड़ खाक

Why Share Market Crash साल 2025 के पहले सोमवार को जब शेयर बाजार खुला तो सेंसेक्स और निफ्टी दोनों हरे निशान के साथ ट्रेंड कर रहे थे. जैसे ही भारत में चीनी वायरस HMPV के तीन मामले सामने आए बाजार में तहलका मच गया. बड़ा उलटफेर हो गया.

Share Market Crash: निवेशकों को डराने लगी कोरोना वाली दहशत! चीनी वायरस HMPV के खौफ से क्रैश हुआ शेयर बाजार, ₹800000 करोड़ खाक

Share Market Crash: साल 2025 के पहले सोमवार को जब शेयर बाजार खुला तो सेंसेक्स और निफ्टी दोनों हरे निशान के साथ ट्रेंड कर रहे थे. जैसे ही भारत में चीनी वायरस HMPV के तीन मामले सामने आए बाजार में तहलका मच गया. बड़ा उलटफेर हो गया. तेजी के साथ खुला बाजार 1400 अंक तक गिर गया और कुछ ही घंटों में निवेशकों को 8 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए.  

शेयर बाजार में भूचाल 

सोमवार, 6 जनवरी को शेयर बाजार के निवेशकों को बड़ा झटका लगा. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1400 अंकों तक गिर गया. निफ्टी इंडेक्स 365 अंक तक फिसल गया. इंडेक्स के सभी स्टॉक्स लाल निशान पर पहुंच गए. बड़े-बड़े शेयरों की हालात पस्त दिखी. Tata Steel, HDFC Bank, Adani Ports, Reliance जैसी कंपनियों के शेयर हांफते दिखे.  सेंसेक्स 1400 अंक गिरकर आज के दिन के ऑल टाइम लो  77,782 अंक पर पहुंच गया तो वहीं निफ्टी 23,600 के स्तर से नीचे खिसक गया.  

क्यों क्रैश हुआ शेयर बाजार  

 सोमवार सुबह सेंसेक्स तेजी के साथ खुला था, लेकिन भारत में HMPV वायरस ने निवेशकों के मन में डर पैदा कर दिया. बेंगलुरु और गुजरात में चीनी वायरस के मामले सामने आने के बाद निवेशकों के हाथपांव फूल गए. भारत में वायरस के मामले की पुष्टि के बाद से निवेशकों में डर का माहौल है . वायरस फैलने की खबर के बीच निवेशक सेफ प्ले कर रहे हैं.  बता दें कि बेंगलुरु में एक 8 महीने और 3  महीने के बच्चे में HMPV का वायरस पाया गया है. वहीं गुजरात में 2 महीने की बच्ची में भी वायरस मिला है.  

बाजार क्रैश होने की वजह से भी 

वायरस की वजह से सहमे बाजार में गिरावट के पीछे कई और फैक्टर्स भी है. विदेशी निवेशकों की ओर से जारी बिकवाली और क्रूड ऑयल की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से शेयर बाजार पर दवाब बना हुआ है. वहीं तीसरी तिमाही के परिणामों की वजह से भी बाजार हिला हुआ है. अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के साथ ही भू-राजनीतिक तनाव के चलते बाजार में अस्थिरता दिखी.    

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