नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि वह पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने का अपना फैसला वापस ले रहे हैं. तीन दिन पहले अपने इस्तीफे की घोषणा कर सबको चौंका देने वाले पवार ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह अपने सहयोगियों और पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं का अनादर नहीं कर सकते. पार्टी कार्यकर्ता उनसे इस्तीफे का फैसला वापस लेने की लगातार अपील कर रहे थे.


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शरद पवार ने बताई फैसला वापस लेने की वजह
शरद पवार ने कहा, 'मैं उनकी (कार्यकर्ताओं) भावनाओं का अनादर नहीं कर सकता. मेरे लिए दिखाए गए प्यार और विश्वास से मैं अभिभूत हूं. आप सभी की अपील को ध्यान में रखते हुए और पार्टी द्वारा गठित समिति के निर्णय का सम्मान करते हुए, मैं सेवानिवृत्त होने का अपना निर्णय वापस ले रहा हूं.'


उन्होंने यह भी कहा कि किसी संगठन में किसी भी पद या जिम्मेदारी के लिए एक 'उत्तराधिकार योजना' होनी चाहिए. पवार ने कहा कि वह पार्टी में संगठनात्मक बदलाव, नई जिम्मेदारियां सौंपने और नया नेतृत्व तैयार करने पर ध्यान देंगे. उन्होंने कहा, 'मैं संगठन को आगे बढ़ाने के लिए भी पूरी ताकत से काम करूंगा और हमारी विचारधारा तथा पार्टी के लक्ष्यों को लोगों तक ले जाऊंगा.'



अजित पवार के सवाल पर क्या बोले शरद पवार?
राकांपा प्रमुख शरद पवार से उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजित पवार की अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हर कोई मौजूद नहीं हो सकता. कुछ लोग यहां हैं और कुछ अन्य नहीं हैं. लेकिन आज सुबह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सर्वसम्मति से फैसला लिया और मुझे इससे अवगत कराया. उस फैसले के जरिए सभी ने अपनी भावनाएं व्यक्त कीं. इसलिए, यह सवाल उठाना कि यहां कौन मौजूद है और कौन नहीं है या इसका अर्थ ढूंढ रहा है, सही नहीं है. अन्य यहां हैं. कमेटी ने यह फैसला लिया और उनके फैसले के बाद मैंने अपना फैसला वापस ले लिया. सभी एकजुट हैं और इस पर चर्चा कर रहे हैं. समिति में वरिष्ठ नेता हैं.


इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का नया अध्यक्ष चुनने के लिए गठित समिति द्वारा जैसे ही एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ने के शरद पवार के फैसले को खारिज किया गया कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय के बाहर जमकर जश्न मनाया. कार्यकर्ताओं ने पटाखे छोड़े और ‘एकच साहेब’ (यहां सिर्फ एक बॉस है) का नारा लगाया. पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता दक्षिण मुंबई में बल्लार्ड एस्टेट में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी कार्यालय के बाहर इकट्ठा हुए थे और पवार से उनके फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग कर रहे थे.
(इनपुट- भाषा)


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