विक्टोरिया मेमोरियल पर छात्रों ने लगाए `भारत माता से आजादी` के नारे
कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल पर भारत विरोधी नारेबाजी और `भारत माता से आजादी` के नारे लगाए गए. जानकारी के अनुसार जादवपुर यूनिवर्सिटी के लेफ्ट समर्थित छात्रों ने नारेबाजी की.
नई दिल्ली: कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में भारत विरोधी नारेबाजी हुई है. देशविरोधी नारे लगाने वाले छात्र अलग-अलग विश्वविद्यालयों के थे. ये छात्र बीजेपी सांसद स्वप्नदास गुप्ता का विरोध कर रहे थे. स्वप्नदास यहां एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे. प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने भारत माता से आजादी, कश्मीर और असम की आजादी समेत कई विवादित नारे लगाए.
कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल पर भारत विरोधी नारेबाजी
विक्टोरिया मेमोरियल पर 'भारत माता से आजादी' के नारे लगाए गए
जादवपुर यूनिवर्सिटी के लेफ्ट समर्थित छात्रों ने की नारेबाजी
छात्रों ने कश्मीर और असम की आजादी के भी नारे लगाए
विक्टोरिया मेमोरियल में लिटरेरी फेस्ट के दौरान हुआ प्रदर्शन
लेफ्ट छात्रों के प्रदर्शन में हिंदू राष्ट्र के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्टर
लिटरेरी फेस्ट में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे छात्र
कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल के बाहर बैनर-पोस्टर लेकर नारेबाजी करते इन छात्र-छात्राओं के गुस्से की वजह बीजेपी सांसद स्वप्न दास गुप्ता और विश्व भारती यूनिवर्सिटी के वीसी बिद्धुत चक्रवर्ती है. ये छात्र-छात्राएं गेट के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे और अंदर भाजपा सांसद स्वप्न दास गुप्ता एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
विरोध प्रदर्शन इसलिए कि छात्रों को यहां बीजेपी सांसद के बुलाए जाने पर ऐतराज था और यूनिवर्सिटी के वीसी पर गुस्सा इसलिए कि उन्होंने बीजेपी सांसद स्वप्नदास गुप्ता को यहां क्यों बुलाया. छात्रों का आरोप है कि स्वप्नदास गुप्ता को यहां बुलाकर जाधवपुर यूनिवर्सिटी के कुलपति बिद्धुत चक्रवर्ती हेट स्पीच को बढ़ावा दे रहे हैं.
प्रदर्शन में देशविरोधी नारेबाजी क्यों?
नाराजगी और विरोध प्रदर्शन तक बात ठीक थी, लेकिन इस दौरान छात्र-छात्राओं ने कई ऐसे पोस्टर और बैनर ले रखे थे, जिन पर कोई भी हिंदुस्तानी आसानी से ऐतराज कर सकता है. कई बैनर्स में आपत्तिजनक स्लोगन या फिर शब्द साफ-साफ नजर आ रहे थे. इस दौरान भारत माता से आजादी कश्मीर और असम की आजादी के नारे लगाए गये. सवाल ये है कि प्रदर्शन में देशविरोधी नारेबाजी क्यों की गई?
छात्रों ने दी प्रदर्शन के वजह की दलील
प्रदर्शन करने वालों में जादवपुर यूनिवर्सिटी समेत कई यूनिवर्सिटीज़ के छात्र-छात्राएं शामिल थे. छात्रों का कहना था कि ये भी अंदर कार्यक्रम में जाकर अपनी बात रखना चाहते थे, लेकिन बाकायदा पास होने का बाद भी इन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया. इसलिए उनके पास यहां धरना-प्रदर्शन और नारेबाजी के सिवा कोई रास्ता नहीं था.
बैनर पर लिखा 'Hindurashtra is Rapist'
स्वप्न दासगुप्ता विक्टोरिया मेमोरियल में कोलकाता साहित्य सम्मेलन के एक सत्र को संबोधित कर रहे थे. शाम सात बजे जैसे ही सत्र शुरू हुआ, कैंपस के मेन गेट के पास छात्र-छात्राएं इकट्ठे हो गए. इन छात्रों के हाथों में एक लंबा बैनर भी था, जिसमें लिखा था- Hindurashtra is Rapist जाहिर है, ऐसे शब्दों के इस्तेमाल से किसी भी हिंदुस्तानी को आपत्ति हो सकती है.
छात्रों का ये भी आरोप है कि विश्व भारती यूनिवर्सिटी में छात्रों पर हुए हमले के पीछे भी बीजेपी सांसद स्वप्नदास गुप्ता और एबीवीपी का हाथ है और बीजेपी सांसद को यहां बुलाकर यूनिवर्सिटी के वीसी ने नफरत फैलाने वालों को बढ़ावा दिया है.
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बताया जा रहा है कि इनमें से लेफ्ट समर्थित कुछ छात्र कार्यक्रम तक पहुंचने में कामयाब हो गए, जिन्हें वहां से हटा दिया गया. उसके बाद ये छात्र काफी देर तक गेट के बाहर नारेबाजी करते रहे. इससे पहले 8 जनवरी को विश्वभारती विश्वविद्यालय में नागरिकता कानून पर भाषण देने पहुंचे बीजेपी सांसद स्वप्नदास गुप्ता को छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा था.
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