नई दिल्ली: भीषण ठंड से पूरा भारत ठिठुर रहा है. लेकिन इससे फिलहाल कोई राहत मिलने की आशा नहीं है. जहां उत्तर भारत में बर्फबारी मुश्किल बढ़ा सकती है. वहीं दक्षिण भारत में बारिश से सर्दी की ठिठुरन और बढ़ने की आशंका है. 


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इस वजह से हो सकती है बारिश 
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि इस सप्ताह में उत्तर पूर्व मॉनसून की विदाई हो जाएगी. लेकिन इसकी सक्रियता के कारण तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और तेलंगाना जैसे दक्षिण भारत के प्रमुख राज्यों में बारिश हो सकती है. इसके कारण चेन्नई और उसके आस पास 25 और 26 दिसंबर को बारिश की संभावना जताई जा रही है. 
कोंकण गोवा, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ और महाराष्ट्र इलाके में भी बारिश हो सकती है. 


पूर्वोत्तर में भी बारिश की आशंका
उत्तर पूर्व के राज्यों अरुणाचल प्रदेश और उत्तरी असम में भी बारिश की संभावना जताई जा रही है. जिसकी वजह से पूर्वोत्तर में न्यूनतम तापमान में भारी कमी आ सकती है. पूर्वोत्तर के राज्यों में ठंड के कारण कई जगहों पर बर्फ जमती हुई दिखाई दे रही है. 


पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी संभावित
उत्तर भारत के पर्वतीय इलाकों में भी भीषण ठंड का कहर देखने को मिल रहा है. हिमाचल प्रदेस के केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस से 14 डिग्री नीचे(-14.3) चला गया है. उत्तराखंड के कई इलाकों में कई फुट बर्फ जम गई है. कश्मीर सहित हिमालय के उच्च क्षेत्रों में रह रहकर बर्फबारी हो रही है. 



मैदानी इलाकों में पाला पड़ने की आशंका
पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी होने से मैदानी इलाकों में पाला गिरने की आशंका बढ़ गई है. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान जैसे इलाकों में शीतलहर का प्रकोप बढ़ सकता है. इन सभी इलाकों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे ही रहेगा. हालांकि उत्तर भारत के इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ या किसी अन्य मौसमी बदलाव आने की संभावना नहीं है. लेकिन पहाड़ों की बर्फबारी ठंड बढ़ा सकती है. 


किसानों के लिए खुशखबरी लाएगी सर्दी
भारी ठंड और पाले के कारण गेहूं, चना, मसूर, सरसों, मटर, गन्ने की फसलों को फायदा पहुंचने की उम्मीद है. लेकिन आलू की फसल के लिए पाला अच्छा नहीं है. पाला पड़ने से आलू के उत्पादन पर असर पड़ सकता है. 



हालांकि रबी की प्रमुख फसलों को सर्दी का फायदा मिल सकता है.