नई दिल्ली. सर्वप्रथम तथ्य जो कोरोना संक्रमण को लेकर जानना जरूरी है जिसे हम सब जानते भी हैं लेकिन अमल में नहीं लाते , वो ये है कि यह संक्रमण बचाव करने पर रोका जा सकता है. दूसरे शब्दों में कहें तो प्रिवेंशन इज़ बेटर देन क्योर अर्थात सावधानी रखें दुर्घटना से बचें. पहले ही अगर हम एहतियात बरतेंगे तो कोरोना से हम कामयाबी के साथ अपना और अपने परिवार का बचाव कर पाएंगे.


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स्वस्थ होने के तीन दिन बाद हुई मौत 


राजस्‍थान के जयपुर में हुई है यह घटना जिसने सभी को चौंका दिया है. यहां कोरोना वायरस संक्रमित व्‍यक्ति की स्‍वस्‍थ होने के तीन बाद मौत हो गई. अब हर कोई इस सवाल का जवाब चाहता है कि जानें क्‍या एक बार संक्रमण से उबरने के बाद दोबारा भी कोरोना वायरस व्यक्ति को अपनी चपेट में ले सकता है? क्‍या ये महामारी बीमारी से उबर चुके किसी मरीज को दुबारा संक्रमित कर सकती है.


कुछ दिन रहता है संक्रमण का खतरा 


उपरोक्त सवाल का जवाब स्वस्थ्य विशेषज्ञों से माँगा गया तो अनुभवों के आधार पर ही इसका सही उत्तर ढूढ़ा जा सका. इसका जवाब सीधा यही है कि ठीक होने के बाद कुछ दिन तक बना रहता है फिर संक्रमण का खतरा. स्‍वास्‍थ्‍य विशेषज्ञों ने बताया कि किसी भी वायरस का संक्रमण हो जाने के बाद जब हम इलाज के जरिये बीमारी से निकलकर स्‍वस्‍थ हो जाते हैं तो हमारी  रोग प्रतिरोधक क्षमता उस वायरस से लड़ने की शक्ति विकसित कर लेती है. लेकिन यदि इम्युनिटी पर्याप्त विकसित न हो सके तो दुबारा संक्रमण का खतरा कुछ दिनों तक बना रहता है.


कोरोना के मामले में अनिश्चय 


कोरोना संक्रमण के फिर से हो जाने की आशंका को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने साफ़ तौर पर कोरोना के मामले में अनिश्चय जताया.  अभी तीन माह पूर्व ही  दिसंबर, 2019 से ये कोरोना वायरस संक्रमण फैलना प्रारम्भ हुआ है. इसलिए अभी साफ़ साफ़  नहीं कहा जा सकता है कि ये वायरस एक बार ठीक होने के बाद दोबारा आक्रमण कर सकता है अथवा नहीं. यद्यपि जयपुर के उदाहरण से तो यही लगता है कि  कि स्‍वस्‍थ्‍य होने के बाद भी कुछ दिनों तक फिर संक्रमण का खतरा बना रहता है.


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