लखनऊ: भारत की राजनीति में सभासद से लेकर राजभवन तक का सफर तय करने वाले नेता लालजी टंडन अब इस दुनिया में नहीं रहे हैं. भाजपा ही नहीं समूची राजनीति के लिए प्रेरणास्रोत माने जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के राजनीतिक शिष्य के रूप में टंडन चर्चित थे. पूरा जीवन उन्होंने उत्तरप्रदेश में राजनीति की और वर्तमान में वे मध्यप्रदेश के राज्यपाल थे.


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क्लिक करें- मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का निधन, लखनऊ में ली अंतिम सांस


उत्तरप्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित


मध्यप्रदेश के राज्यपाल और भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे लालजी टंडन कई दिनों से बीमार थे और अस्पताल में भर्ती थे. यही कारण था कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल का कार्यभार आनंदीबेन पटेल को सौंप दिया गया था. अब उनके निधन के बाद कई बड़े नेता श्रद्धांजलि दे रहे हैं, लालजी टंडन के निधन के बाद यूपी में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा के लिये किये गए उनके योगदान का स्मरण किया और उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी.



अनेक नेताओं ने लालजी टंडन की समाज सेवा को किया याद


रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लालजी टंडन के निधन पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल एवं उत्तर प्रदेश की एक कद्दावर शख़्सियत लालजी टंडन के निधन का समाचार बहुत पीड़ादायक है. टंडन के साथ मुझे लम्बे समय तक काम करने का अवसर मिला. उनका लम्बा सार्वजनिक जीवन जनता की सेवा में समर्पित रहा है.



यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने लालजी टंडन के व्यक्तित्व को मिलनसार और संस्कारवान बताया. उन्होंने कहा कि लालजी टंडन भाजपा के बहुत वरिष्ठ नेता माने जाते थे और राजनीति में टंडन जी बहुत मिलनसार और नेक इंसान थे. उनका जाना बहुत दुखद है. गौरतलब है कि मायावती लालजी टंडन को रक्षाबंधन पर राखी भी बांधती थीं.