उद्धव ठाकरे समझौते की आखिरी उम्मीद? शिंदे गुट की ये है सबसे बड़ी शर्त
शिवसेना के बागी खेमे के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा कि महाराष्ट्र में बागी शिवसेना विधायक भाजपा के साथ मिल गये हैं और यदि सुलह की कोई संभावना है तो पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को हमारी सहयोगी पार्टी से बात करनी चाहिए.
मुंबई: एक तरह शिवसेना के विधायकों में टूट के बाद अब सासदों में भी टूट की चर्चा बढ़ रही है, वहीं दूसरी ओर कम ही सही पर उद्धव ठाकरे गुट और एकनाथ शिंदे गुट में समझौते की बातें हो रहा हैं. समझौता कैसा हो सकता है कि इस पर शिंदे गुट की ओर से एक बड़ा संकेत दिया है.
क्या बोला बागी खेमा
शिवसेना के बागी खेमे के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा कि महाराष्ट्र में बागी शिवसेना विधायक भाजपा के साथ मिल गये हैं और यदि सुलह की कोई संभावना है तो पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भाजपा से बात करनी चाहिए. उधर, उद्धव को एक और झटका, अब नवी मुंबई में शिवसेना के 32 पार्षदों ने एकनाथ शिंदे को समर्थन दिया है.
संजय राउत पर निशाना
केसरकर ने शिवसेना सांसद संजय राउत का नाम लिये बगैर उन पर निशाना भी साधा और कहा कि ठाकरे को पार्टी में विद्रोह के लिए जिम्मेदार लोगों को ‘थोड़ा अलग’ रखना चाहिए. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम और भाजपा साथ आ गये हैं. इसलिए अब एक नया परिवार है. यदि हमें पुराने परिवार में जाना हुआ तो हम अकेले नहीं हैं. भाजपा हमारे साथ है. जब भी वह (ठाकरे) हमें बुलाते हैं तो उन्हें भाजपा से भी बात करनी होगी.’’
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