अम्बेडकर नगर: जिलाधिकारी ने बाढ़ पीड़ितों से कहा कि सरकार हर किसी के लिए भोजन उपलब्ध कराने के लिए जोमैटो सेवा नहीं चला रही है. जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरान करने के दौरान डीएम ने यह असंवेदनशील बात कही है. इस घटना का वीडियो भी बन गया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. अधिकारी की टिप्पणी की सोशल मीडिया पर आलोचना हुई लेकिन राज्य सरकार की ओर से अधिकारी के व्यवहार के बारे में अभी तक कोई बयान नहीं आया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या है वीडियो में
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में जिलाधिकारी सैमुअल पॉल ने बाढ़ ग्रसित क्षेत्र से आए राहत शिविर में ठहरे लोगों से कहा, "यहां रहने की व्यवस्था है. हम आपको क्लोरीन की गोलियां देंगे. अगर आप किसी भी समस्या का सामना कर रहे हैं, डॉक्टर आएंगे और आपको यहां देखेंगे. बाढ़ राहत शिविर का यही उद्देश्य है."


कहा, घर पर खाना नहीं भेज सकते
साथ ही उन्हें यह भी कहते हुए देखा जा सकता है कि अगर आप घर पर रह रहे हैं तो हम आपको खाना नहीं भेज सकते. सरकार जोमैटो सेवा नहीं चला रही है.



जिलाधिकारी सैमुअल पॉल ने लोगों से यह भी कहा कि, "500 मीटर या एक किलोमीटर के दायरे में बाढ़ राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां शौचालय की सुविधा, पेयजल, चिकित्सा स्वास्थ्य शिविर और अन्य आवश्यक व्यवस्था की गई है." उन्होंने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से बाढ़ राहत शिविरों में पहुंचने का अनुरोध किया. इसके अलावा वहां राहत किट भी बांटी जा रही हैं. आपको बता दें कि इससे पहले बिहारी की एक अधिकारी महिला विकास निगम की प्रबंध निदेशक हरजोत कौर ने एक छात्रा से असंवेदनशील बातें कही थीं. हरजौत कौर से जब छात्रा ने कहा कि सरकार को बच्चियों को सैनेटरी पैड मुहैया करानी चाहिए तो हरजोत कौर बोलीं कि सरकार 20 से 30 रुपये में सैनिटरी पैड मुहैया कराएगी. फिर आप जींस, पैंट और फिर खूबसूरत जूते मांगते हैं. "जब परिवार नियोजन की बात आती है, तो क्या सरकार आपको कंडोम (निरोध) देगी.

यह भी पढ़िएः  मॉस्को से दिल्ली आ रही फ्लाइट में बम की सूचना, मचा हड़कंप, जानें यात्रियों का हाल

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.