हाथरस: क्या छोटा और क्या बड़ा? क्या अमीरी और क्या गरीबी? सबसे बड़ी बात है समानता. एक देश और देश के रहने वाले सभी लोग हमारे साथी...इसी के तहत यूपी की एक डीएम साहिबा ने मिसाल पेश की है. उन्होंने अपने बच्चे को पढ़ने के लिए आंगनबाड़ी केंद्र में भेजा है. हम बात कर रहे हैं हाथरस की DM अर्चना वर्मा की.


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वर्मा ने किसी बड़े स्कूल की बजाय अपने सवा दो साल के बेटे अभिजीत को आवास के पास ही गांव दर्शना के आंगनबाड़ी केंद्र में दाखिला कराया है. यहां डीएम ने बड़े सरकारी अफसरों व कर्मचारियों के लिए अच्ची मिसाल पेश की है कि कैसे अमीरी गरीबी के अंतर को कम किया जा सकता है और आने वाली पीढ़ियों को अच्छी शिक्षा दी जा सकती है.


मिड डे मील भी लेते है बालक
अर्चना वर्मा की एक बेटी है और एक बेटा है. उनका बेटा हर रोज गांव के लिए बच्चों के साथ खेलता है. वह साथ ही आंगनबाड़ी में मिलने वाले मिड डे मील को भी लेता है और सभी बच्चों के साथ खाता पीता है. बता दें कि केंद्र में सभी बच्चों के साथ एक जैसा व्यवहार होता है और जब से डीएम ने अपने बेटे का दाखिला वहां कराया है, इसके बाद काफी संख्या में और भी बच्चे वहां पढ़ने पहुंचे.


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