आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जोन के पुलिस थानों में लॉक-अप में नल और पानी की पाइपलाइन नहीं होगी. यह हाल ही में लोगों की हिरासत में की गई आत्महत्याओं के मद्देनजर किया जा रहा है. 


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कासगंज में एक युवक ने कथित तौर पर पानी के नल से खुद को लटका लिया था. इससे पहले आगरा के जगदीशपुरा थाने में सफाई कर्मचारी के पद पर कार्यरत एक दलित की पिछले माह चोरी का आरोप लगने के बाद पुलिस हिरासत में मौत हो गयी थी.


क्या कहना है एडीजी का
आगरा जोन पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) राजीव कृष्णा ने कहा, जब संदिग्धों को पुलिस हिरासत में लिया जाता है तो पूछताछ के लिए पहले से ही कुछ दिशानिर्देश जारी किए जाते हैं. हालांकि, आगरा जोन में हिरासत में मौत के दो मामले एक आगरा में और दूसरा कासगंज में होने के बाद इन दिशानिर्देशों को फिर से ठीक किया जाएगा और जिला स्तर पर पुलिस प्रमुख को इन दिशानिर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए कहा जाएगा.

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इन सुझावों पर रहेगा जोर
एडीजी ने कहा, इन सुझावों में एक है जिसमें अब पुलिस स्टेशन में लॉक-अप में पानी का नल और पाइपलाइन शामिल नहीं होगी. बिजली कनेक्शन से बचा जाना चाहिए और रोशनी के स्रोत लॉक-अप से दूर होना चाहिए लेकिन फिर भी अंदर उचित रोशनी सुनिश्चित किया जाना चाहिए. वहां लॉक-अप में लाए गए संदिग्धों की उचित तलाशी होनी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वह आत्महत्या में आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली अन्य वस्तुओं जैसे ब्लेड, स्टोल या तार नहीं ले जाए.


इन दिशानिर्देशों में यह भी आवश्यक है कि लॉक-अप पर गार्ड को संदिग्ध की गतिविधियों पर ध्यान देने के लिए निरंतर निगरानी रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि थाने के प्रभारी को भी थाना लॉकअप में लाए जाने वालों से अवगत कराया जाए.

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