नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले में पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है. एजेंसी के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है. बता दें कि, जब यह घोटाला हुआ था, उस समय चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री थे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

चटर्जी से 26 घंटे तक हुई पूछताछ 


प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के सिलसिले पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को करीब 26 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया. चटर्जी वर्तमान में पश्चिम बंगाल कैबिनेट में उद्योग मंत्री हैं. गिरफ्तारी के बाद उन्हें साल्ट लेक इलाके में स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स में प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय ले जाया गया है.


ईडी द्वारा मीडिया एजेंसियों को दिए गए बयान के मुताबिक, चटर्जी शुक्रवार सुबह से पूछताछ कर रहे ईडी के अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं कर रहे थे. उन्हें दिन में एक अदालत में पेश किया जाएगा. चटर्जी के अलावा ईडी ने उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के एक परिसर से 21 करोड़ रुपये नकद राशि जब्त किए जाने के बाद उन्हें भी हिरासत में ले लिया है. 


शुक्रवार को ही शुरू हुई थी छापेमारी


बता दें कि शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में ईडी ने शुक्रवार यानी 22 जुलाई को ही ममता बनर्जी के मंत्रियों पर छापेमारी शुरू कर दी थी. जिसके बाद ये छापेमारी अब तक जारी है. पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता के घर से ईडी ने 20 करोड़ रुपये से ज्यादा बरामद किए थे. ईडी ने अर्पिता को भी हिरासत में लिया है. 


क्या है ये शिक्षक भर्ती घोटाला


बता दें कि, शिक्षक भर्ती घोटाले का यह पूरा मामला 2016 में शुरू हुआ था. साल 2016 में शिक्षक भर्ती के दौरान ये आरोप लगाया गया कि फर्जी तरीके से भर्ती कराने के लिए ओएमआर शीट में हेरफेर किया गया. 


शिक्षक भर्ती के दौरान लाखों रुपये घूस लेकर फेल उम्मीदवारों को पास कराया गया. आरोप है कि इस मामले में तत्कालीन शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी सीधे तौर पर शामिल थे. चटर्जी के अलावा बाकी जो लोग भी इस मामले में शामिल थे, उनकी गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी. 


यह भी पढ़ें: एकनाथ शिंदे या उद्धव ठाकरे कौन है असली शिवसेना? चुनाव आयोग ने कहा साबित करें बहुमत


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.