नई दिल्ली, Mukhtar Ansari Death: मुख्तार के नाम के आगे ऐसे ही माफिया नहीं लगा था. इसके पीछे थी उसके गुनाहों की पूरी लाल किताब भरी पड़ी है. लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में वर्ष 1999 में दर्ज गैंगेस्टर का मामला हो या फिर धोखाधड़ी को लेकर पंजाब में चल रहा मुकदमा हो. उस दौर में हर तरफ मुख्तार अंसारी के नाम का डंका बज रहा था. गुरुवार शाम मुख्तार अंसारी की तबियत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद जेल प्रशासन उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गया, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या मुख्तार के जनाजे में शामिल होगी अफशां आंसारी?
मुख्तार की मौत की सूचना मिलते ही प्रदेश के कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई यूपी में हाई अलर्ट जारी कार दिया गया. अब माफिया की मौत के बाद हर किसी के जुबान पर के ही सवाल आ रहा है कि क्या मुख्तार के जनाजे में उसकी पत्नी अफशां अंसारी (जो कि फरार चल रही है) शामिल होगी या फिर नहीं? अफशां अंसारी पर यूपी पुलिस ने 50 हजार रुपये के इनाम के साथ-साथ लुकआउट नोटिस भी जारी किया हुआ है. 


जब अफशां अंसारी ने संभाली गैंग की कमान...
अब मुख्तार की मौत होने के बाद हर ओर एक सवाल उठ रहा है कि क्या उनकी पत्नी अफशां आंसारी अंतिम यात्रा में शामिल होंगी या फिर नही. मुख्तार के दो बेटे हैं एक उमर अंसारी और दूसरा अब्बास अंसारी. अब्बास इस समय सलाकों के पीछे है, तो उमर अंसारी जेल के बाहर है. बता दें कि  अफशां गाजीपुर जिले के यूसुफपुर मोहम्मदाबाद के दर्जी मोहल्ला की रहने वाली हैं और उसने माफिया मुख्तार के जेल जाने के बाद साल 2005 में गैंग की कमान संभाली थी. 


गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज 
बता दें कि अफशां अंसारी पर गंभीर धाराओं में करीब 9 मुकदमे दर्ज हैं. मिली जानकारी के मुताबिक अफशां अंसारी ने जबरन अनुसूचित जाति के लोगों को दी गई पट्टे की जमीन पर करवा ली थी. इस केस में अफशां कोर्ट में भी पेश नहीं हो रही थी, जिसके बाद पुलिस ने उसके ऊपर इनाम रखा और लुकआउट नोटिस जारी किया था. बावजूद इसके अफशां का कोई सुराग नहीं लगा और वो फरार ही चल रही थी. इसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगाया था. 


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप