नई दिल्ली: देश के मोस्टवॉन्टेड भगोड़े इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को लेकर कांग्रेस का प्रेम फिर जाग उठा है. कभी जाकिर को शांतिदूत बताने वाले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अब जाकिर का एक वीडियो ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर सवाल उठाए हैं.



जाकिर की आड़ में दिग्विजय की ओछी राजनीति


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वीडियो में जाकिर नाइक ने दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले पर समर्थन के बदले सरकार ने उसके खिलाफ सभी केस खत्म करने का ऑफर दिया है. जाकिर के वीडियो के बहाने दिग्विजय ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि 'आरोपों का खंडन न करने पर जाकिर का आरोप सही माना जाएगा.'


जाकिर नाइक का दावा क्या है?


जाकिर नाइक का एक वीडियो में ये दावा है कि मोदी सरकार ने उससे संपर्क किया था. कश्मीर पर समर्थन के बदले सारे केस खत्म करने का सरकार का ऑफर उसके सामने पेश किया गया था. इतना ही नहीं उसने ये तक कहा है कि अधिकारियों ने एक प्रतिनिधि के साथ मीटिंग के लिये संपर्क किया और अधिकारी ने कहा था कि सरकार के साथ गलतफहमियों को दूर करना चाहता हूं. जाकिर के अनुसार 'गलतफहमी दूर कर मुझे भारत आने का सुरक्षित रास्ता देने की पेशकश की'


कांग्रेस से 6 बड़े सवाल


  1. 'शांतिदूत' के बाद अब 'सत्यवादी' हुए जाकिर?

  2. जाकिर नाइक पर कांग्रेस का 'सेल्फ गोल'?

  3. जाकिर पर सफाई मांग कर 'फंस' गई कांग्रेस?

  4. जाकिर के जहरीले बोल कांग्रेस को 'कबूल'?

  5. देश का 'मोस्ट वॉन्टेड भगोड़ा' कांग्रेस के लिये 'मासूम'?

  6. 'सौदेबाजी' तो बहाना है, जाकिर को बचाना है?


ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या ये जाकिर नाइक पर कांग्रेस का सेल्फ गोल है और देश का मोस्ट वॉन्टेड भगोड़ा कांग्रेस के लिये मासूम है? साथ ही अब आपको कांग्रेस पार्टी के जाकिर प्रेम से रूबरू करवाते हैं.


कांग्रेस का 'जाकिर प्रेम'


साल 2012: दिग्विजय सिंह जाकिर नाइक के साथ एक कार्यक्रम में शामिल हुए
साल 2012: दिग्विजय सिंह ने कार्यक्रम में जाकिर नाइक को 'मैसेंजर ऑफ पीस' बताया
साल 2016: यूपी सरकार में मंत्री रहमान खान ने जाकिर नाइक को मशहूर इस्लामिक स्कॉलर बताया
साल 2017: झारखंड के एमएलए इरफान अंसारी ने जाकिर नाइक का खुलकर समर्थन किया


अब आपको ये बताते हैं कि जाकिर नाइक आखिरकार कैसे विवादों में आया? दरअसल, 1 जुलाई 2016 को ढाका के एक रेस्टोरेंट में आतंकी हमला हुआ था. ढाका हमले में एक भारतीय समेत 29 लोगों की मौत हो गई थी. हमलावर जाकिर नाइक के भाषणों से प्रभावित था. इसके बाद ही नाइक और उसका एनजीओ विवादों में आ गया. विदेश से मिले चंदे का धर्मांतरण में इस्तेमाल का आरोप लगा. आतंकवाद फैलाने के लिये भी चंदे के इस्तेमाल का भी आरोप लगाय. इसके साथ ही जाकिर पर भाषणों से युवाओं को आतंकी संगठनों में शामिल होने के लिये उकसाने का आरोप है.


अब आपको जाकिर के उन बिगड़े बोल को जरूर जानना चाहिए. जिसके जरिए वो लोगों को भड़काने का काम करता रहा है.


जाकिर के जहरीले बोल


1. हर मुसलमान को आतंकी बनना चाहिए
2. ओसामा और तालिबान गलत नहीं हैं
3. ओसामा इस्लाम के दुश्मनों से लड़ने वाला
4. पत्नियों को पीटना कोई बुरी बात नहीं है
5. इस्लाम में ग़ुलाम महिलाओं से सेक्स की इजाजत है
6. इस्लामिक देशों में गैर मुस्लिम धर्मों के पूजा स्थल न हों
7. लड़कियों को स्कूल नहीं जाना चाहिए
8. इस्लाम छोड़ने वालों को मौत की सजा हो


जहरीले जाकिर नाइक की करतूत बेहद ही ओछी हैं. वो भारत विरोधी बयान, भाषा का इस्तेमाल करता रहा है. विवादित इस्लामिक प्रचारक भारत में वॉन्टेड अपराधी है, साथ ही भारत की मोस्ट वॉन्टेड भगोडों की लिस्ट में शामिल है. साल 2016 में वो भागकर मलेशिया चला गया था. जिसके बाद मलेशिया सरकार ने जाकिर को स्थायी निवास की इजाजत दी. भारत में जाकिर नाइक पर भड़काऊ भाषण का आरोप लगे. जाकिर ने आतंकी गतिविधि के लिए युवाओं को भड़काया और जाकिर के हेट स्पीच का जिक्र आतंकी तक कर चुके हैं. भारत में जाकिर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी है. इसके अलावा जाकिर नाइक पर देशद्रोह, आतंकियों को फंडिंग, काला धन सफेद करने का आरोप है. उसके खिलाफ NIA, ED भी जांच कर रही है.


आतंकियों का 'नायक' जाकिर नाइक


आपको उन तथ्यों से रूबरू करवाते हैं जो वाकई ये साबित करने में काफी मददगार है कि आतंकियों ने जाकिर नाइक को अपने गुरू के तौर पर माना था. 2009, न्यूयॉर्क सबवे को बम से उड़ाने की साज़िश रचने वाला नजीबुल्ला जाजी, जाकिर नाइक के भाषणों से प्रभावित था. इसके अलावा साल 2007, स्कॉटलैंड के ग्लासगो एयरपोर्ट पर बम से हमला करने वाला कफील अहमद, जाकिर नाइक से प्रभावित था. साथ ही 2006, मुंबई की लोकल ट्रेनों में हुए सीरियल बम धमाकों का आरोपी राहिल शेख भी जाकिर नाइक के लेक्चर सुनता था. और सबसे बड़ी बात ये कि ISIS के हैदराबाद module का हेड इब्राहिम यजदानी भी जाकिर नाइक से प्रभावित था. 


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कौन है जाकिर नाइक?


सलाफी विचारधारा का समर्थक और इस्लामिक उपदेशक है. जो इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन का संस्थापक और अध्यक्ष भी है. जाकिर नाइक पीसी टीवी चैनल का संस्थापक, अंग्रेजी में भाषण देता है. उपदेशक बनने से पहले वो उसने मेडिकल चिकित्सक के तौर पर ट्रेनिंग की है. साल 2016 में भारत से भागा, मनी लॉन्ड्रिंग और हेट स्पीच के मामलों में तलाश जारी है. मलेशिया में स्थायी निवास, प्रत्यर्पण से मलेशिया ने इनकार कर दिया. भाषणों की वजह से कनाडा और ब्रिटेन में जाकिर की एंट्री बैन है. और साल 2017 में भारत ने उसके संगठन IRF पर भी बैन लगाया है. साल 2019 में मलेशिया में जाकिर के सार्वजनिक भाषण पर रोक लगाई गई.


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