लखनऊ. दुनियाभर की रामकथा और रामलीलाओं पर रिसर्च के लिए योगी सरकार ने शनिवार को बड़ा निर्णय लिया.अयोध्या शोध संस्थान को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा प्रदान करने का निर्णय योगी सरकार की कैबिनेट में हुआ है. इसके तहत इस संस्थान को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अयोध्या, रामायण और भारतीय वैदिक शोध संस्थान के रूप में विकसित किया जाएगा. संस्थान के माध्यम से दुनिया को अयोध्या और अयोध्या को दुनिया से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा.


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रामकथाओं से जुड़े साहित्य पर गंभीरता से अध्ययन होगा
यही नहीं पूरी दुनिया में जहां भी रामायण या रामलीला का मंचन होता है उन देशों को सांस्कृतिक एकता के सूत्र से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा.कला से जुड़े लोगों को रोजगार के साधन भी उपलब्ध होंगे. कैबिनेट के एक नोट में बताया गया कि अयोध्या में  अंतरराष्ट्रीय अयोध्या रामायण एवं वैदिक शोध संस्थान की स्थापना से संपूर्ण विश्व में होने वाली रामकथाओं से जुड़े साहित्य पर गंभीरता से अध्ययन किया जाएगा और रिसर्च के माध्यम से इसमें छुपे रहस्यों को समझने का प्रयास किया जाएगा.


अयोध्या में जलाए गए 22 लाख से ज्यादा दीप
छोटी दीपावली  पर अयोध्या में भव्य दीपोत्सव का कार्यक्रम हुआ. कार्यक्रम में 22 लाख 23 हजार दीपक जलाए गए जो कि एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है. सीएम योगी को इस वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट मिला है. 


माना जाता है दुनिया भर में जो राम कथा का प्रचलित साहित्य है, वो अलग-अलग ग्रंथों और विद्वानों द्वारा संकलित किया गया है. उसमें ऐसा बहुत कुछ है जिसमें शोध की आवश्यकता है, जिससे भगवान राम और रामायण से जुड़े रहस्यों को और गंभीरता से सुलझाने का प्रयास किया जा सके ताकि उसे सत्य की कसौटी पर परखते राम कथाओं को और उनसे जुड़े साहित्य को और अधिक समृद्ध किया जा सके.


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