नई दिल्ली. कांग्रेस के घोटालेबाज़ नेताओं ने कभी नहीं सोचा होगा कि कभी मोदी सरकार इस देश में आएगी और गड़े मुर्दे भी उखाड़े जाएंगे और दोषियों को सखीचों के पीछे भेजा जाएगा. खैर आईएनएक्स मीडिया घूसखोरी मामले में 105 दिन तक तिहाड़ जेल की हवा खा कर जमानत पर बाहर आये पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम का मामला थोड़ा ज्यादा पेंचीदा है. वे सीखचों के बाहर तो हैं लेकिन पूछताछ की जद के भीतर हैं. 


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एयर बस खरीद घोटाले में सूत्रधार होने का शक 


पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम एयर बस घोटाले में आरोपी हैं. इस बार जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद उनके सुर बदल गए थे और वे बढ़ बढ़ कर बयानबाज़ी करने लग गए थे. लेकिन अब उनको मीडिया के सामने नहीं जांच कर्ताओं के सामने बोलना पड़ रहा है. इस बार उनके साथ शुक्रवार को हुई पूछताछ करीब छह घंटे चली.


क्या था एयर बस खरीद घोटाला 


कांग्रेस राज के दौरान देश में इस घोटाले को अंजाम दिया गया था जब 111 विमान खरीदे गए थे. इस एयर इंडिया के लिए हुई एयरबस और बोइंग विमानों की खरीद में करोड़ों रुपये की वित्तीय गड़बड़ी हुई. इसके साथ संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ही प्रवर्तन निदेशालय ने चिदंबरम को पूछताछ के लिए तलब किया था. निदेशालय ने ईडी बताया कि आरोपी चिदंबरम का बयान मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक कानून के अंतर्गत दर्ज हुआ है. 



पिछली पूछताछ अगस्त में हुई थी 


चार महीने बाद नए साल कि शुरुआत चिदंबरम के लिए इस पूछताछ के साथ हुई है. इसके पूर्व 23 अगस्त को उन्हें एयर  इंडिया के ही विमान खरीदी घोटाले पर की जाने वाली पूछताछ कि जद में लिया गया था. लेकिन उसके भी तीन दिन पहले 20 अगस्त को उन्हें एक दूसरे घोटाले  के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था और फिर उन्हें एक लम्बे अरसे तक जेल की हवा खानी पड़ी थी.


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