नई दिल्ली.   दुनिया पर चीनी वायरस ने हमला किया है और उसका कहर अभी भी जारी है. इतने पर भी  जब चीन का मन न भरा तो उसने भारत से युद्ध की स्थिति पैदा कर दी और अब साउथ चाइना सी में विश्वयुद्ध की आशंका पैदा हो गई है. इसी दौरान वर्ष 2020 के शुरुआती छः माह में तीन बार आसमान से हमले हुए किन्तु हमारी पृथ्वी तीनो ही वार बचा गई. अब ये होने वाला है चौथा वार लेकिन ये इस साल नहीं होगा. 


 


 

 

75 हजार किमी प्रति घंटे की है रफ्तार

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पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा ये आसमानी खतरा एक एस्टीरायड है जो कि 75639 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धरती की तरफ आ रहा है. इसके बारे में मिली जानकारी बताती है कि पृथ्वी की सतह पर इसके टकराने से मीलों लंबा गढ्ढा बन सकता है.


यूरोपियन स्पेस एजेन्सी ने किया एलर्ट


इस बार ये जानकारी नासा ने नहीं बल्कि यूरोपियन स्पेस एजेन्सी ने दी है. यद्यपि पृ्थ्वी की तरफ तेज रफ्तार से बढ़ रहे इस एस्टीरायड से बचाव का कोई विकल्प पृथ्वीवासियों के पास नहीं है. सिर्फ यही दुआ की जा सकती है कि जिस तरह इस वर्ष तीन बार इस तरह के एस्टीरायड्स और मीटिराइट्स पृथ्वी की तरफ बड़े वेग से आये थे लेकिन तीनों ही बार पृथ्वी को चोट नहीं पहुंचा सके.


39 साल लगेंगे पहुंचने में

यूरोपियन स्पेस एजेन्सी के वैज्ञानिकों का कहना है कि इसकी टक्कर से पृथ्वी पर एक किलोमीटर का बड़ा छेद हो सकता है. इतना ही नहीं इसकी टक्कर से आसपास के वातावरण को भी होगा नुकसान. इन सौर वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि करीब उन्तालिस साल बाद अर्थात वर्ष 2059 तक यह एस्टेरायड पृथ्वी तक पहुंच कर उससे टकरा सकता है.