मुक्तेश्वर: आम तौर पर लोग बेहद चाव से पकौड़े खाते है और वो लगते भी बेहद टेस्टी है.  लेकिन अगर आपको ऐसे पकौड़े खाने को मिले जो स्वादिष्ट के साथ साथ आपकी सेहत के लिए भी फायदेमंद हो तो आप उसे ज्यादा  खाना पसंद करेंगे क्योंकि अधिकतर लोग पकौड़ो को इसलिए नही खाते क्योंकि उन्हें लगता है कि ज्यादा तेल में तले गए पकौड़े सेहत के लिए अच्छे नही होते. लेकिन उत्तराखंड के पकौड़ों की बात ही अलग है. 


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स्थानीय भाषा में हर्बल पकौड़ों को कहते हैं कासनी
हर्बल पकौड़े जो आपको नैनीताल के खूबसूरत पर्यटन स्थल मुक्तेश्वर में मिल जायेंगे. मुक्तेश्वर में दुकानदार अपने हर्बल पकौडों से सैलानियों के स्वागत के लिए हमेशा तैयार मिलते हैं. ये पकोड़े इतने स्वादिस्ट होते है कि आप इन्हें खाये बिना नही रह सकते. इन पकौड़ों को कुमाऊंनी भाषा में कासनी कहते हैं. 


कई रोगों की औषधि है कासनी
ये पकौड़े जड़ी बूटी से तैयार किए जाते हैं. ये कासनी स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होती है. ये हर्बल पकौड़े किडनी और लीवर की बीमारियों के लिए ये रामबाण औषधि मानी जाती है. 


हर्बल पकौडों से साथ हर्बल चाय भी है उपलब्ध 
मुक्तेश्वर में केवल हर्बल पकौड़े ही नही बल्कि हर्बल टी यानी चाय भी मिल जाती है. जो कि ना सिर्फ औषधीय गुणों से भरपूर है बल्कि गैस, बदहजमी, सर्दी, जुकाम के लिए रामबाण औषधि मानी जाती है. इस हर्बल चाय में रोजमेरी, थाइम, ऑरिगेनो, टिबिया, स्वीट ब्लेसिल, सेज, मार्जरम, स्टीरिया जैसी कई प्राकृतिक वातावरण में उगने वाली जड़ी बूटियों को एक साथ मिलाया जाता है. 



ज्यादा मंहगा नहीं है हर्बल पकौड़ा
आम तौर पर मुक्तेश्वर की पहाड़ियों पर स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए हर साल हजारो लोग पहुंचते हैं. जहां उनके स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए हर्बल पकौड़े और हर्बल चाय पेश की जाती है. यहां एक प्लेट हर्बल पकौड़ा 100 रु में और हर्बल चाय 20 रुपये मिल जाती है. इसके सेवन से सैलानी तरोताजा महसूस करते हैं. तो इस बार मुक्तेश्वर जाना हो तो एक बार इन लजीज हर्बल पकौड़ो का स्वाद जरूर लें. 


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