मोरबी: इस इलाके में नारियल की साइज से बड़े अमरुद की खेती की जा रही है. बात तो चौंकाने वाली है, लेकिन है बिल्कुल सच. 


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जम्बो अमरुद हो रहे हैं मशहूर
मोरबी के टंकारा तालुका में स्थित जबलपुर गांव के किसान अब दूसरी फसलों को छोड़कर जम्बो अमरुद उगाने में जुट गए हैं. इन अमरुदों का वजन 300 ग्राम से लेकर 1.3 किलोग्राम तक हो जाता है. ये नारियल से भी बड़े दिखते है. लोग भी इनकी तरफ बेहद आकर्षित हो रहे हैं. 


सिर्फ बड़े ही नहीं बेहद स्वादिष्ट भी हैं जम्बो अमरुद
नारियल साइज के ये जम्बो अमरुद सिर्फ देखने में ही खूबसूरत नहीं हैं बल्कि स्वाद में भी काफी मीठे होते है. गुजरात में कपास, मूंगफली,गेहूं, बाजरा की खेती होती है. जिसमें पूरे साल मेहनत करनी होती है. लेकिन बदले में किसानों को उतनी आमदनी होती नहीं है. लेकिन जम्बो अमरुद की खेती किसानों को अच्छा मुनाफा दे रही है. 


थाईलैण्ड से मंगाए गए हैं जम्बो अमरुद के बीज
जबलपुर गांव में जम्बो अमरुद उगाने वाले किसान प्रभु भाई से जब पूछा गया,  तो उन्होंने बताया कि थाईलैंड के अमरुद को उगाने का निर्णय उन्होंने ही किया था. वह छत्तीसगढ़ के रायपुर से थाईलैंड के अमरुद के 5000 बीज लेकर आए थे. जिसे उन्होंने अपने खेतो में बोया था. इसमें से 300 पेड़ खराब हुए जबकि 4700 अमरुद के पेड़ लग गए हैं. जिन पर जम्बो अमरुद उग रहे है.



किसान प्रभु भाई ने बताया कि अगर उन्होंने 25 बीघा जमीन में पारंपरिक कपास उगाया होता तो उनकी वार्षिक मात्र 5 लाख रूपये की होती. लेकिन अमरुद की खेती करने के बाद उनको साल में 15 लाख से ज्यादा की आय हो रही है. 


लोगों को बेहद पसंद आ रहे हैं जम्बो अमरुद 
एक किलो से ज्यादा वजन के थाईलैंड अमरुद लोगो को बेहद पसंद आ रहे हैं. खासकर राजकोट ,जामनगर ,दिल्ली और मुंबई में मोरबी के अमरुद भेजे जा रहे हैं. ये बड़े अमरुद अब गुजरात के जिलों के साथ देश के बाकी राज्यों में भी काफी प्रख्यात हो रहे है और लोग इन अमरुद को खरीदने के लिए सीधे खेतों तक भी पहुंच रहे हैं. 



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