जबलपुरः कोरोना वायरस का संक्रमण शुरू होने पर देश में लॉकडाउन लागू किया गया था. इस दौरान कई संस्थानों को बंद करने के साथ ही जिम और व्यायामशालाएं भी बंद कर दी गई थीं. लगभग 4 महीने से बंदी के बाद अब जिम संचालकों का कहना है कि वे भी परेशानी का सामना करने लगे हैं.


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लॉकडाउन के कारण वे आर्थिक बदहाली का शिकार हुए हैं. अनलॉक-2 में जहां धीरे-धीरे ढील दी जानी शुरू हुई है वहीं जिम  संचालकों को जिम खोले जाने का इंतजार है. 


सड़क पर ही की कसरत
मध्य प्रदेश के जबलपुर में इसी मांग को उठाते हुए बुधवार को अनोखा प्रदर्शन किया गया. आर्थिक बदहाली के शिकार हुए जिम संचालकों, ट्रेनर और फिटनेस कोचों का सब्र अब जवाब देने लगा है. लिहाजा, जिम संचालकों और फिटनेस प्रशिक्षकों ने जबलपुर में प्रदर्शन किया और सड़क पर ही कसरत कर अपना विरोध जाहिर किया. 


रोजी-रोटी का बना संकट
फिटनेस ट्रेनर का कहना है कि अनलॉक शुरू होने के बाद भी जिम खोले जाने की कवायद नहीं शुरू हुई है. जबलपुर शहर में करीब 150 से भी ज्यादा जिम और व्यायामशालाएं हैं और इनमें से अधिकतर किराए की बिल्डिंग में हैं. लॉकडाउन की अवधि में उनके जिम बंद होने के चलते उनके सामने बैंक की किश्त, बिजली का बिल जमा करने के साथ ही रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है.



सरकार के गाइडलाइंस पालन करने का दिया भरोसा
प्रदर्शन के दौरान जिम संचालकों ने भरोसा दिलाया कि वह शासन की ओर से जारी सभी गाइडलाइन्स को फॉलो करते हुए जिम संचालित करेंगे. सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन आदि कि व्यवस्था की जाएगी.


अगर सरकार जिम खोलने के आदेश जारी करती है तो वे अलग-अलग टाइम स्लॉट बनाकर और सुरक्षा के उपाय अपनाकर व्यायामशालाएं चलाएंगे. 


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