`मैं हूं एक पोर्न एक्ट्रेस` (पार्ट-3)
आम आदमी की जिन्दगी और एक पोर्न एक्ट्रेस की जिन्दगी का फर्क या तो कोई पोर्न एक्ट्रेस ही जानती है या वो आम आदमी जो आज पोर्न दुनिया का या तो हिस्सा है या कल हिस्सा रह चुका है..
नई दिल्ली. पोर्न एक्ट्रेस के लिये दुनिया का कोई पुरस्कार नहीं बना है चाहे वह अपने काम में कितनी ही माहिर क्यों न हो. पोर्न एक्ट्रेस को दुनिया में कभी किसी ने सम्मान नहीं दिया चाहे वह अपनी असल जिन्दगी में कितनी अच्छी इन्सान क्यों न हो. पोर्न एक्ट्रेस की जिन्दगी उसी दिन से एक दूसरी किसम की जिन्दगी में बदल जाती है जिस दिन वह एडल्ट इन्डस्ट्री में अपना पहला कदम रखती है.
'स्टेप वन के बाद हेयर मेकअप'
''स्टेप वन कम से कम और जल्दी से जल्दी निपटाने के बाद भी अक्सर आधे घंटे से ज्यादा का वक्त ले लिया करता है. इसके बाद होता है स्टेप टू याने हेयर मेकअप. ये बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इसमें समय लगता है किन्तु अक्सर इसको जल्दी-जल्दी निपटाना होता है. जल्दी की वजह एक ही होती है वो ये कि डेली स्केज्यूल इस काम को 12 बजे के पहले समाप्त करने की इजाजत देता है.''
'फिर आती है बारी स्टिल्स की'
''स्टेप टू अर्थात हेयर मेकअप के बाद शुरू होता है स्टेप थ्री इसमें होती है फोटोग्राफी. ये काम ठीक बारह बजे से शुरू हो जाता है और इसमें एकल चित्र अर्थात सोलो स्टिल फोटोग्राफ्स लेने होते हैं. इसके लिये एक घंटे का समय नियत रखा जाता है और एक बजे तक इसे भी पूर्ण कर लिया जाता है.''
'अब होता है प्रवेश मेल-परफार्मर्स का'
''एक बजे तक जब फीमेल-परफार्मर्स अपने सोलो स्टिल्स की फोटोग्राफी का सेशन समाप्त कर रहे होते हैं, मेल-परफार्मर्स के आने का समय शुरू हो जाता है और दो बजे तक सभी मेल-परफार्मर्स सेट पर पहुंच जाते हैं और अपने पेपरवर्क में व्यस्त हो जाते हैं.''
'एक से दो के बीच आता है क्रू'
''कैमरा क्रू भी एक बजे से दो बजे के बीच सेट पर पहुंच जाता है. ये शूटिंग से जुड़ी अपनी-अपनी प्रारंभिक तैयारियों में लग जाते हैं कैमरा, लैन्स, वायर्स और लाइट्स को चेक करने और सेट करने में जुट जाते हैं.''
(क्रमशः)