नई दिल्ली. एक पोर्न एक्ट्रेस का काम किसी सेक्स वर्कर से बहुत ज्यादा अलग नहीं होता लेकिन दोनो की जिन्दगी में फर्क बहुत होता है. पोर्न एक्ट्रेस किसी सेक्स वर्कर के मुकावले बेहतर जिन्दगी जीती है. किन्तु यदि खतरे की बात करें तो खतरा दोनो की जिन्दगी में बराबर का होता है लेकिन अलग अलग किस्म का.
रोज आठ से दस घंटों का काम
एक पोर्न एक्ट्रेस के तौर पर मैं आपको अपनी रोजाना की जिन्दगी के बारे में बता रही थी. हमारी जिन्दगी रोज सुबह से शाम तक किस तरह गुजरती है. हमारा काम मेन शूट के बाद लगभग 6 बजे खत्म हो जाता लेकिन अगर कोई सॉफ्टकोर वर्जन भी शूट करना होता है तो आठ बज ही जाते हैं. इस तरह हमारा रोज का काम आठ से दस घंटों का होता है.
पेमेन्ट दो तरह से होता है
रेगुलर परफार्मर्स को चेक के माध्यम से पेमेन्ट होता है जबकि क्रू मेम्बर्स को डेली वेजेस में पेमेन्ट होता है अर्थात रोज शाम काम खत्म होने पर उनका दैनिक भुगतान हो जाता है. मैं बतौर फीमेल पोर्नस्टार चेक के माध्यम से पेमेन्ट लेना पसंद करती हूं जो कि हर पंद्रह दिों में होता है. लेकिन उसमें फायदा ये होता है कि हमको काम लगातार मिलता रहता है.
मेल परफार्मर से ज्यादा मिलता है हमको
फीमेल परफार्मर एडल्ट इन्डस्ट्री में बेहतर स्थिति में होती हैं अर्थात उनको मेल परफार्मर से ज्यादा पेमेन्ट दिया जाता है. इसका कारण समझना भी दुष्कर नहीं क्योंकि असली काम इसमें फीमेल परफार्मर के माध्यम से ही संपन्न होता है और उनको खतरा भी पुरुष परफार्मर की तुलना में अधिक होता है.
फिल्म स्टार्स से कम मिलता है
पोर्न एक्टर्स को फिल्म एक्टर्स के मुकाबले काफी कम पारिश्रमिक प्राप्त होता है किन्तु देखने पर दूसरे व्यवसाय के लोगों के लिये ये रकम काफी बड़ी होती है. एक सीन के लिये मेरी जैसी फीमेल स्टार को पैंतालिस हजार रुपये से लेकर पिचहत्तर हजार रुपये तक मिलते हैं. हमें बतौर फीमेल परफार्मर पैसा इसलिये भी अधिक मिलता है क्योंकि काम में वक्त भी हम ही अधिक देतें हैं.
(क्रमशः)
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