रक्षित पूरी रात जागता रहा, उसी के बारे में सोच रहा था. जैसे वो असमंजस में पड़ा हुआ था शायद, वो थोड़ा सहमा था और थोड़ा उतावला,.. उसने फैसला कर लिया था कि कल की सुबह वो उससे मिलकर सबकुछ बता देगा. उसके मन में पल रही सारी ख्वाहिशों को अगली सुबह उसे बता देगा. वर्तिका नाम है उसका, जिससे रक्षित बेपनाह मोहब्बत करता है. उसे सिर्फ इतना ही समझ नहीं आता है कि वो अपने दिल की बात अपनी पुरानी दोस्त के सामने कैसे रखे. अब उसे ये भी डर सताने लगा था कि कहीं उसकी वर्तिका किसी और को दिल ना दे बैठे, इसीलिए वो जल्द से जल्द उसे वो सबकुछ बता देना चाहता था. जो वर्षों से अपने मन में दबाए बैठा था.


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अगले दिन सुबह..


रक्षित ने कुछ ही मिनट की नींद पूरी की और सुबह के 7 बजने का इंतजार करने लगा. एक्चुली वर्तिका अक्सर सुबह के सात बजे उठती है, रक्षित उसे आज Special वाली Good Morning कहना चाहता था और पूछना चाहता था कि कितने बजे मिलोगी.


फोन पर हाय, हेलो के बाद शाम के 4 बजे कॉलेज के बाद समोसे और कोल्डड्रिंक की पार्टी की डील फिक्स हो जाती है.


वर्तिका बड़े चाव के साथ समोसे उड़ा रही थी, कोल्ड ड्रिंक की सिप तो मानों ऐसे मार रही थी कि जैसे सदियों से इस ट्रीट का इंतजार कर रही थी. मन ही मन रक्षित के पसीने छूट रहे थे, इतने में रक्षित ने झट से बोला.. सुनो,


वर्तिका ने पूछा हां, बताओ न..


रक्षित ने कहा, मुझे तुमसे कुछ बात करनी है..


वर्तिका ने बड़े आराम से कहा, हां बोलो न बाबा सुन रही हूं मैं..


रक्षित घबराया हुआ था, लेकिन उसकी कंपकपाती जुबान पर शायद वर्तिका की नजर नहीं पड़ पा रही थी, वर्तिका ने कोल्ड ड्रिंक समोसा खाने के बाद सीरियस वे में पूछा, तुम कुछ कह रहे थे न.. बताओ भी,


रक्षित ने अपना मन बदल लिया, क्योंकि उसे मालूम था कि उसकी घबराहट उसके हौसले पर हावी पड़ रहा है और उसने ये कहकर बात टाल दी कि कभी और..


वर्तिका ने भी कहा, जैसा तुम चाहो


रक्षित ने वर्तिका से अपने दिल की बात कहने के लिए नया तरीका अपनाने का फैसला किया. उसने अपनी चाहत को ख्वाहिशों का रूप देकर वर्तिका को एक पत्र लिखकर उसमें 10 ख्वाहिशों के जरिए अपने प्रेम का इजहार करने का फैसला लिया.


1). मैं तुम्हारा तकिया बनना चाहता हूं, वो तुम अक्सर कहती हो कि तकिया को सिरहाने नहीं लगाती, बल्कि पकड़कर सोती हो


2). तुम्हारी जिंदगी का एक खूबसूरत किरदार बनना चाहता हूं


3). हर वक्त तुम सामने बैठी रहो, मैं निहारना चाहता हूं.


4). तुम हमेशा ही बोलती रहो, मैं जुल्फें संवारना चाहता हूं


5). सर्द रातों में मैं तुम्हारी रजाई बनना चाहता हूं


6). तुमसे मिलकर मैं तुम्हारा मुरीद हो जाना चाहता हूं


7). मैं तुम्हारे साथ हर सुबह की चाय पीना चाहता हूं


8). हर दिन नहाने के बाद तुम्हारा तौलिया बनना चाहता हूं


9). तुम्हारे साथ झगड़ना और तुम रूठो तो मैं मनाना चाहता हूं


10). सच कहूं तो मैं तुम्हारे साथ बूढ़ा होना चाहता हूं


रक्षित के पत्र पर वर्तिका ने क्या जवाब दिया ये हम आपको नहीं बताएंगे, लेकिन आपके लिए एक सजेशन जरूर है. अगर आप भी सीधी बात कहने से डरते हैं, तो अपनी मोहब्बत के सामने ऐसी ही अपनी 10 ख्वाहिशों को पेश कीजिए, देखिए शायद इस तरीके से आपका काम बन जाए.