Birthday Special: आखिर क्यों Ratan Tata चार बार प्यार करने के बाद भी रह गए अकेले?
देश के मशहूर उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) जितने सफल हैं उतने ही अच्छे इंसान है यह उन्हें जानने वाला हर कोई मानता है. उनके व्यवसायी में दिए गए योगदान के लिए पद्म भूषण (Padma Bhusan), पद्म विभूषण (Padma Vibhusan) से भी सम्मानित किया जा चुका है. लेकिन हर कोई यह जानता चाहता है कि रतन टाटा इतने बड़े व्यवसायी होने के बाद भी आज तक क्यों अकेले हैं. आज हम आपको बताएंगे टाटा से जुड़े कई दिलचस्प बातें.
पूंजीपति परिवार से टाटा
रतन टाटा (Ratan Tata) का जन्म 1937 में गुजरात (Gujrat) के सूरत (Surat) में हुआ. पूंजीपति परिवार में जन्म होने के बावजूद भी टाटा का बचपन मुश्किलों से भरा हुआ था.
बचपन मुश्किलों से भरा
रतन टाटा (Ratan Tata) काफी छोटे थे जब उनके माता-पिता अलग हो गए. बचपन के उस दौर में टाटा का पालन-पोषण उनकी दादी ने की.
24 साल तक वह टाटा ग्रुप के चेयरमैन
बता दें कि 1971 में पहली बार रतन टाटा (Ratan Tata) Tata ग्रुप से जुड़ें. कंपनी से जुड़ने के बाद उन्हें नेल्को का डायरेक्टर बनाया गया. जिसके बाद करीब 24 साल तक वह टाटा ग्रुप के चेयरमैन बने रहें.
चार बार हुआ प्यार
पर इतने सफल उद्योगपति ने कभी शादी नहीं की. ऐसा नहीं है कि टाटा (Ratan Tata) को कोई पसंद नहीं आई या उन्हें कभी किसी से प्यार नहीं हुआ. 2011 में एक इंटरव्यू में खुद रतन टाटा ने बताया था कि वह चार बार शादी करने का विचार कर चुके थे और उन्हें चार बार प्यार भी हुआ पर जब भी वह शादी करने का सोचते थे तो वह खुद को इस फैसले से पीछे खींच लेते थें.
कुत्तों से लगाव
रतन टाटा (Ratan Tata) को किताबें पढ़ना बेहद पसंद है. इतना ही नहीं उन्हें कुत्तों से भी काफी लगाव है.