क्रिकेट की दुनिया का भगवान कहें जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का आज 47वां बर्थडे मना रहे हैं. इस मौके पर जानते हैं सचिन से जुड़ी अनसुनी बातें.
क्रिकेट की दुनिया के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 में बांद्रा में हुआ था. सचिन आज 47 साल के हो चुके हैं.
सचिन भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारतरत्न से सम्मानित होने वाले सर्वप्रथम खिलाड़ी हैं. इसके साथ ही सचिन ने सबसे कम उम्र में यह सम्मान प्राप्त किया.
स्थित मैडम तुसाद में मोम की प्रतिमा स्थापित किए जाने वाले सचिन भारत के पहले खिलाड़ी हैं.
17 वर्ष की उम्र में वह पहली बार अपनी पत्नी अंजली से मुंबई हवाई अड्डे पर मिले जिसके बाद उन्हें अंजली से प्यार हो गया. अंजली उम्र में सचिन से बड़ी थी पर फिर भी दोनों ने अपने परिवार को मनाया और 5 साल बाद दोनों ने शादी कर ली.
सचिन और अंजली के दो बच्चे हैं एक बेटी सारा तेंदुलकर और बेटा अर्जुन तेंदुलकर.
सचिन तेंदुलकर का सपना था कि वह इंडिया के लिए वर्ल्ड कप लाए और इनका ये सपना 2011 वर्ल्ड कप में पूरा हो गया. यह वर्ल्ड कप भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में जीता था.
शुरुआत में सचिन का रुझान लॉन टेनिस की तरफ था और उन्होंने जॉन मैकनेरो को अपना गुरु बना लिया. लेकिन अपने बड़े भाई दिलीप के कहने पर सचिन ने क्रिकेट की ओर रूख किया.
जब सचिन ने क्रिकेट खेलना शुरू किया तब वो एक तेज गेंदबाज बनना चाहते थे, हालांकि जब वह एम.आर.एफ पेस फाउंडेशन के पास गए तो ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज डेनिस लिली ने उन्हें बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी.
1989 में पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में सचिन ने अपना पहला अर्धशतक फैसलाबाद में लगाया.
सचिन ने कई सारे रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं जिसमें सर्वाधिक वनडे (एकदिवसीय) अन्तर्राष्ट्रीय मैचों की संख्या - 463, एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में दोहरा शतक जड़ने वाले पहले खिलाड़ी, 100 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाने वाले एक मात्रा बल्लेबाज, टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा (51) शतक, एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक (49) शतक.
सचिन ने टेस्ट मैचों में सबसे तेज 10,000 रन बनाने वाले खिलाड़ी भी हैं और इसके साथ ही एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय शतक भी अपने नाम किया है.