बढ़ रहा वॉटर फास्टिंग का ट्रेंड, जानिए क्या सच में वजन घटाने में करता है मदद?
सोशल मीडिया पर अक्सर कुछ न कुछ ट्रेंड में बना रहता है. इसी क्रम में हाल ही में इंटरनेट पर Water Fasting चर्चा का विषय बना हुआ है. आज हम जानेंगे क्या होता है वॉटर फास्टिंग और इसके परिणाम क्या होते हैं.
जल उपवास या वॉटर फास्टिंग में भोजन से परहेज करना और लगातार पानी पीना शामिल है. यह फास्टिंग आमतौर पर 24 घंटे से लेकर तीन दिन या उससे अधिक समय तक चलती है.
इसका उपयोग वजन कम करने और ओवर ऑल हेल्थ को बेहर बनाने के लिए किया जाता है. जल उपवास आमतौर पर 24-72 घंटे तक चलता है.
इस तरह की फास्टिंग लोगों को डॉकटर की निगरानी में करनी चाहिए. इस तरह की फास्टिंग के दौरान शरीर एनर्जी के लिए बॉडी में स्टोर रिजर्व पर निर्भर करता है, जिसमें लिवर और मांसपेशियों के टिश्यूज में स्टोर ग्लाइकोजन शामिल है.
वॉटर फास्टिंग की यह प्रोसेस कीटोसिस की तरफ ले जाती है, जिसमें शरीर एनर्जी प्रोडक्शन के लिए फैट तोड़ने लगता है. ऐसा माना जाता है कि वॉटर फास्ट करने से शरीर को कई सारे फायदे मिलते हैं, जिसमें डिटॉक्सिफिकेशन, वेट लॉस आदि शामिल हैं.
यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.