First Hindi patriotic film: स्वतंत्रता दिवस पर देश की आजादी का जश्न बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा. पिछले कुछ सालों में देश के साथ भारतीय सिनेमा ने भी खूब तरक्की की और बदलते दौर के साथ कई ऐसी फिल्में बनाई, जिन्होंने भारतीय होने पर गर्व महसूस कराया. पर क्या आप जानते हैं कि देशभक्ति पर भारत में पहली फिल्म का निर्देशन किसी अंग्रेज ने किया था.
First Hindi patriotic film: स्वतंत्रता दिवस पर देश की आजादी का जश्न बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा. पिछले कुछ सालों में देश के साथ भारतीय सिनेमा ने भी खूब तरक्की की और बदलते दौर के साथ कई ऐसी फिल्में बनाई, जिन्होंने भारतीय होने पर गर्व महसूस कराया. पर क्या आप जानते हैं कि देशभक्ति पर भारत में पहली फिल्म का निर्देशन किसी अंग्रेज ने किया था.
ये बात 1947 से पहले की है जब देश में आजादी का माहौल चरम पर था. हर भारतीय आजादी के लिए अपने हिस्से की जंग लड़ रहा था और देश को आजाद देखने का सपना संजो रहा था. वहीं दूसरी तरफ सिनेमा की दुनिया में भी कई फिल्में बनाई जा रहीं थीं जो लोगों के अंदर जुनून भरने का काम कर रहीं थीं. उसी दौरान 1936 में एक फिल्न को रिलीज किया गया था.
इस फिल्म के लीड रोल में उस समय की फेमस एक्टर अशोक कुमार और उनके अपोजिट देविका रानी थीं. फिल्म में अशोक कुमार के अभिनय को काफी पसंद किया गया था वहीं देविका ने भी अपने किरदार से सबको हैरान कर दिया था. इस फिल्म का नाम था जन्मभूमी था जिसमें दिखाया गया था कि कैसे अजय अपने गांव के लोगों में जातिगत बंधन को तोड़कर एकता के साथ रहने के लिए प्रेरित करता है.
इस फिल्न के जरिए समझाया गया था कि स्वतंत्रा का असली मतलब क्या होता है. इस फिल्म ने अपने समय में खूब लोकप्रियता हासिल की थी साथ ही इसके गानों को भी काफी पसंद किया गया था.
88 साल पहले रिलीज हुई इस फिल्म को बनाने वाले कोई भारतीय नहीं थे. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस फिल्म के डायरेक्टर जर्मनी से थे. मशहूर निर्माता फ्रांज ओस्टन ने इस फिल्म का निर्देशन किया था. कहा जाता है कि उन्हें इंडियन सिनेमा से काफी लगाव था.
जन्मभूमि के अलावा देशभक्ति का भावना जागृत करने वालीं फिल्मों की सूची काफी लंबी है. जिनमें मनोज कुमार की पूरब और पश्चिम, शहीद (1965), गांधी, हकीकत, झांसी की रानी, सरदार, बॉर्डर और एल.ओ.सी. कारगिल जैसी अनेक शानदार फिल्में शामिल हैं.