नई दिल्ली: पुडुचेरी विधानसभा में विश्वासमत के दौरान कांग्रेस पार्टी की सरकार गिर गई है. मुख्यमंत्री नारायणसामी ने उपराज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.


पुडुचेरी में गिर गई कांग्रेस सरकार


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पुडुचेरी में कांग्रेस की सरकार गिर गई. कई विधायकों के इस्तीफे के बाद सरकार अल्पमत में थी. सोमवार को नारायणसामी सरकार को बहुमत साबित करना था. बहुमत साबित करने से पहले ही सरकार गिर गई. फ्लोर टेस्ट के दौरान पुडुचेरी विधानसभा में हंगामा भी हुआ.


स्पीकर ने ये साफ साफ कहा कि कांग्रेस के पास बहुमत नहीं है. फ्लोर टेस्ट से पहले नारायणसामी सदन से बाहर गए और उन्होंने कहा कि स्पीकर ने फ्लोर टेस्ट नहीं किया. सरकार गिराने के लिए बीजेपी ने साजिश रची.


नारायणसामी ने बयां किया 'दर्द'


वी नारायणसामी ने इस्तीफे के बाद कहा कि 'स्पीकर को चाहिए था कि वो वोटिंग कराते लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल ने बहुमत खो दिया है. ये बिल्कुल गलत है, तरीका भी गलत है. स्पीकर का दायित्व है कि विश्वास मत के लिए वोटिंग कराते. इसके बाद ही वो कहते कि फैसला क्या हुआ. नॉमिनेटेड सदस्यों को वोटिंग का अधिकार देना लोकतंत्र की हत्या है. ऐसा देश में कहीं नहीं हुआ. पुडुचेरी और देश की जनता उन्हें सबक सिखाएगी.'


पुडुचेरी विधानसभा


  • विधानसभा में दलों की स्थिति

  • कुल सीट- 33 (3 नॉमिनेटेड)

  • कांग्रेस- 9 + DMK- 2 + निर्दलीय- 1 = 11

  • AINRC- 7, AIADMK- 4, बीजेपी- 3 = 14

  • 7 विधायक अयोग्य करार


'हाथ' से गया पुडुचेरी


विधानसभा में कुल 33 सदस्य होते हैं. जिनमें 30 निर्वाचित और तीन मनोनीत सदस्य होते हैं. 5 कांग्रेस, 1 DMK, 1 विधायक ने इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देने वाले 7 विधायक आयोग्य करार किए गए. फिलहाल पुडुचेरी विधानसभा में 26 सदस्य हैं. बहुमत के लिए 14 विधायकों की जरूरत है.


नारायणसामी को 12 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जिसमें नारायणसामी के साथ 2 DMK, 1 निर्दलीय विधायक भी है. वहीं AINRC के 7, AIADMK के 4 और BJP के पास 3 विधायक हैं. मतलब ये कि विपक्ष के पास कुल 14 विधायक हैं.


अभी बात करें तो कांग्रेस की सरकार 5 राज्यों में बची है. जिसमें से तीन राज्य में स्वतंत्र रूप से राज्य हैं, अन्य जगहों पर कांग्रेस सरकार की सहयोगी है.


कहां-कहां कांग्रेस की सरकार


  1. पंजाब

  2. छत्तीसगढ़

  3. राजस्थान


वहीं शिवसेना के साथ महाराष्ट्र में सहयोगी सरकार है, झारखंड में भी हेमंत सोरेन की सरकार है और यहां कांग्रेस का गठबंधन है और आज पुडुचेरी में भी कांग्रेस की सरकार गिर गई.
 
पुडुचेरी में आगे क्या विकल्प?


पहला विकल्प


विपक्षी विधायकों को एकजुट कर लिया जाए और AIADMK, AINRC और BJP के विधायक मिलकर सरकार बना लें. 26 सीटों के हिसाब से विपक्ष के गठबंधन को बहुमत प्राप्त है.


दूसरा विकल्प


दूसरा विकल्प ये है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाए. नारायणसामी सरकार ने खुद ही इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में राष्ट्रपति की अनुशंसा पर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है.


तीसरा विकल्प


विपक्ष बहुमत का दावा करें. विपक्ष को सरकार बनाने का मौका मिल सकता है और अगर वो बहुमत सिद्ध कर पाते हैं तो सरकार बनाई जा सकती है. तब तक के लिए वी नारायणसामी कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहेंगे.


कहां 'हाथ' से निकली सरकार?


मार्च 2020: मध्य प्रदेश में कमल नाथ सरकार गिरी
जुलाई 2019: कुमारस्वामी सरकार बहुमत हासिल नहीं कर पाई थी


विधानसभा में बहुमत साबित करने से पहले कांग्रेस और डीएमके के विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया था, जिसके बाद स्पीकर ने ऐलान किया कि सरकार बहुमत साबित करने में विफल रही है.


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इसके बाद वी नायारणसामी ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. वहीं आज सुबह विधानसभा पहुंचने से पहले वी नारायणसामी ने दावा किया था कि उनके पास बहुमत है. ऐसे में अब कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या पुडुचेरी में राष्ट्रपति शासन लगेगा या बीजेपी गठबंधन के साथ सरकार बनाएगी.


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