गांधी नगर: देश भर में इन दिनों कोरोना वायरस की चर्चा हो रही है. मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच लोग चिंतित हो रहे हैं और दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी का सियासी संक्रमण खत्म नहीं हो रहा है. कोरोना के मरीजों की तरह कांग्रेस में विधायकों के इस्तीफे देने की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. राज्यसभा चुनाव से पहले विधायकों का इस तरह इस्तीफा देना कांग्रेस के लिए बहुत बड़ा और राजनीतिक रूप से बहुत खतरनाक झटका है. कल कांग्रेस के दो नाराज विधायकों ने अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और आज एक अन्य विधायक ने इस्तीफा दे दिया है. इन सभी नाराज विधायकों की शिकायत कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से है.


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8 विधायकों ने छोड़ा कांग्रेस का पंजा


राज्यसभा चुनाव की घोषणा के बाद से कांग्रेस विधायक पाला बदलने में जुटे हुए हैं. खबरों के अनुसार अब तक 8 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. गढ्डा से प्रवीण मारू, लिंबडी से सोमा पटेल, अबडासा से प्रद्युम्न सिंह जडेजा, धारी से जेवी काकड़िया और डांग से मंगल गावित ने अपना इस्तीफा दिया था. आपको बता दें कि गुरुवार को जिन दो विधायकों ने इस्तीफा दिया, वे अक्षय पटेल और जीतू चौधरी थे.


बृजेश मोरजा ने दिया इस्तीफा


उल्लेखनीय है कि आज कांग्रेस विधायक बृजेश मोरजा ने अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने विधानसभा स्पीकर को अपना त्यागपत्र सौंप दिया है. कल से आज तक इस्तीफा देने वाले ये तीसरे और कुल आठवें विधायक हैं.


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राज्यसभा चुनाव की गहमागहमी तेज


गुजरात में कांग्रेस का दोगुना संकट है. एक तो उसने दो प्रत्याशी उतारे हैं जिनमे से केवल एक ही जीत सकता है और दूसरे की विजय पहले से खतरे में है. ऊपर से विधायकों की संख्या भी दिन पर दिन घट रही है. सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार हैं. गोहिल को पहली वरीयता का वोट मिलेगा और उनका राज्यसभा के लिए निर्वाचित होना निश्चित है, लेकिन भरत सिंह सोलंकी का भविष्य अधर में लटका है.गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने दस राज्यों की 24 राज्यसभा सीटों पर चुनाव का ऐलान कर दिया है. सभी सीटों पर 19 जून को चुनाव कराया जायेगा.