सेना के शौर्य पर फिर `सियासी ड्रामा` शुरू, राहुल गांधी ने PM मोदी से पूछा ये सवाल
भारत-चीन सीमा विवाद के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए जवानों को हर कोई नमन कर रहा है. तो वहीं भारत-चीन झड़प को लेकर राहुल गांधी ने सियासी ड्रामा शुरू कर दिया. कहां तक राहुल गांधी सैनिकों के प्रति सम्मान व्यक्त करते, उन्होंने सवाल-जवाब करना शुरू कर दिया..
नई नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीन की सेना के साथ झड़प में 20 भारतीय सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गए. लेकिन भारत ने भी चीन को ऐसा जवाब दिया है की अब चीन सीमा में रहना सीख जाएगा. हिंसक झड़प में मारे गए और घायल हए चीन के सैनिकों की संख्या 43 है. इस बीच राहुल गांधी ने एक बार फिर सरकार से सवाल पूछा है.
राहुल गांधी ने झड़प को लेकर सवाल उठाया
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने इसे लेकर सवाल खड़ा किया है. ऐसे हालात में विपक्ष का सवाल पूछना लाज़मी भी है. राहुल गांधी ने देश के प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाया है. उन्होंने आरोप लगाने के अंदाज में ये भी पूछा है कि पीएम क्यों छिपा रहे हैं. ट्वीट में राहुल गांधी ने लिखा,
"पीएम चुप क्यों हैं? वह क्यों छुपा रहा है? अब बहुत हो गया है, हमें यह जानना होगा कि क्या हुआ है. चीन ने हमारे सैनिकों को मारने की हिम्मत कैसे की? हमारी जमीन लेने की उनकी हिम्मत कैसे हुई?"
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राहुल गांधी ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है. इसके अलावा राजनीति खेमे में इस बात पर भी सवाल उठने लगे हैं कि क्या सचमुच चीन के सैनिकों को भी क्षति पहुंची है या फिर भारत झूठ बोल रहा है. सेना के शौर्य पर सियासत करना भारत की गंदी राजनीति का परिचायक बनता जा रहा है. आपको इस पूरे प्रकरण से जुड़े 5 बड़े अपडेट दे देते हैं.
भारत-चीन झड़प से जुड़ी 5 बड़ी ख़बरें
1- लद्दाख में LAC पर चीन की सेना ने भारतीय सैनिकों पर धोखे से हमला किया था
2- चीन के सैनिकों ने लोहे की रॉड और कील लगे डंडों से भारतीय सैनिकों पर हमला किया
3- हिंसक झड़प के दौरान नदी और खाई में गिरने से कई सैनिक को वीरगति प्राप्त हुई
4- भारत सरकार के मुताबिक, लद्दाख क्षेत्र में चीन ने LAC बदलने की कोशिश की थी
5- राहुल गांधी की मांग- सरकार सीमा विवाद जानकारी दे, पीएम मोदी से पूछा सवाल
सूत्रों के मुताबिक चीन को भारी नुकसान हुआ है, चीन के 43 सैनिक मारे और घायल हुए. चीन ने आधिकारिक पुष्टि नहीं की. चीन के हेलीकॉप्टर सैनिकों को उठाने के लिए देखे गए. इतनी बड़ी संख्या में सैनिकों के मारे जाने के बाद चीन ने LAC पर हेलीकॉप्टर भेजे, जिससे वो अपने घायल और मारे गए सैनिकों के शवों को ले जा सके.
चीन को भारत सरकार का स्पष्ट संदेश है. देश की अखंडता और संप्रभुता से समझौता नहीं किया जाएगा. लोहे की रॉड में कंटीले तार और कील लगे डंडों से चीन के सैनिकों ने हमला किया था. गलवान नदी और खाई में गिरकर कई भारतीय सैनिक को वीरगति प्राप्त हुई.
मंगलवार देर रात तक प्रधानमंत्री आवास पर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल के बीच बैठक हुई. लद्दाख में हिंसक झड़प पर विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है, कहा- चीन ने एकतरफा कार्रवाई कर LAC बदलने की कोशिश की. भारत अपनी अखंडता, संप्रभुता सुरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है.
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इस मसले पर सियासी बखेड़ा खड़ा करने की शुरुआत हो चुकी है. ओवैसी और अब्दुल्ला जैसे नेताओं ने सेना के शौर्य को ही कटघरे में रख दिया तो जनाब राहुल गांधी को इस मुश्किल वक्त में भी राजनीति सूझ रही है.
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