लखनऊ: हिंदुस्तान पर सदियों तक मुगलों ने राज किया. इन विदेशी आक्रमणकारियों ने भारत की महान संस्कृति और परंपराओं को मिटाने की खूब कोशिश की लेकिन इन निकृष्ट आक्रांताओं के मंसूबे कभी कामयाब नहीं हुए. पीएम मोदी ने राम मंदिर का भूमिपूजन करते हुए कहा था कि विदेशी आक्रमणकारी भारत की महान सनातन संस्कृति पर आक्रमण करके उसे मिटाने की कोशिश करते थे लेकिन वे खुद मिट गए और इसे नहीं मिटा सके.  


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योगी सरकार स्थापित कर रही प्राचीन गौरवशाली संस्कृति


उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार उन स्थानों और महान स्थलों को पुराना गौरव प्रदान कर रही है जिन स्थानों की प्राचीन संस्कृति मुगल आक्रमणकारियों ने मिटा दी थी. उन्होंने पहले इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किया था और बाद में फैजाबाद का नाम अयोध्या किया. अब  योगी सरकार ने आगरा के मुगल म्यूजियम का नाम बदल दिया है.


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योगी सरकार ने आगरा म्यूजियम का नाम बदला


आपको बता दें कि आगरा मंडल के विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को निर्देश दिए थे कि मुगल म्यूजियम का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर किया जाए.


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गौरतलब है कि आगरा एयरपोर्ट, मेट्रो प्रोजेक्ट में तेजी लाने और खारे पानी समस्या का जिक्र खुद करते हुए अधिकारियों से इसके समाधान पर काम करने के लिए कहा. ये सभी भारतीयों के लिए बहुत गौरवशाली अतीत का अनुभव करने का समय है.


गुलामी की निशानी मिटाना जरूरी


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करके कहा कि आगरा में निर्माणाधीन म्यूजियम को छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से जाना जाएगा.  आपके नए उत्तर प्रदेश में गुलामी की मानसिकता के प्रतीक चिन्हों का कोई स्थान नहीं. हम सबके नायक शिवाजी महाराज हैं. जय हिंद, जय भारत.