गणेश चतुर्थीः कलाकारों की सजीव कल्पना, देखिए कैसे कर रहे हैं श्रीगणेश कोरोना का अंत
विपरीत और दुख के माहौल में कलाकार की असली प्रतिभा निखर कर आती है जब वह अपनी कला से माहौल को सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है. कोरोना काल में गणपति प्रतिमा बनाने वाले कलाकारों ने अद्भुत प्रतिभा का परिचय दिया है और यह विश्वास भरा है कि हम जीतेंगें और कोरोना हारेगा.
नई दिल्लीः कोरोना काल में गणेश चतुर्थी का पर्व मनाने की तैयारी हो गई है. इस साल महाराष्ट्र और देश के दक्षिणी भागों का यह प्रसिद्ध उत्सव उस धूमधाम से नहीं मनाया जा सकेगा, जैसा कि हर साल इसका आयोजन होता रहा है. गणेश चतुर्थी की पूजा पूरे देश भर में की जाती है और धीरे-धीरे दिल्ली समेत उत्तर के मैदानी इलाकों में भी चौक-चौराहों पर प्रतिमा स्थापना की जाने लगी थी, लेकिन कोरोना के कारण इस बार कम ही जगहों पर आयोजन किए जा रहे हैं.
ऐसे ही विपरीत और दुख के माहौल में कलाकार की असली प्रतिभा निखर कर आती है जब वह अपनी कला से माहौल को सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है. कोरोना काल में गणपति प्रतिमा बनाने वाले कलाकारों ने अद्भुत प्रतिभा का परिचय दिया है और यह विश्वास भरा है कि हम जीतेंगें और कोरोना हारेगा. इसके लिए सभी को मिल-जुलकर प्रयास करना होगा.
कोरोना वॉरियर डॉक्टर बनकर विराजेंगे गणपति
कर्नाटक के बेंगलुरु में एक मूर्तिकार ने बेहद ही रचनात्मक तरीके से गणपति जी की प्रतिमाएं तैयार की हैं. सभी प्रकार के बाधा-विघ्नों को हरने वाले विघ्नहर्ता गणेश जी को मूर्तिकार श्रीधर ने डॉक्टर और नर्स के रूप में निर्मित किया है. उनकी प्रतिमा में दिखता है कि खुद गणपति कैसे मरीजों की अपने हाथों से सेवा कर रहे हैं. श्रीधर इसके जरिए डॉक्टरों को धरती के भगवान के तौर पर प्रस्तुत कर रहे हैं.
कोरोना से बचाने आए श्रीगणेश
तमिनलनाडु के रहने वाले एक मिनिएचर कलाकार ने भी श्रीगणेश की कल्पना कोरोना वॉरियर्स के तौर पर की है. राजा नाम के इस कलाकार ने तो श्रीगणेश और कोरोना के मध्य तो भीषण युद्ध भी दिखाया है, इसमें कोरोना को हार मिलती है.
राजा का यह मिनिएचर इस गणेश चतुर्थी पर यह विश्वास जगाने के लिए काफी है कि सही जागरूकता से हम एक दिन कोरोना को जरूर हरा देंगे.
गजानन महारज सिखाएंगे बीमारी से बचने के तरीके
गुजरात में सूरत के रहने वाले मूर्तिकार आशीष पटेल की कल्पनाशीलता को देखेंगे तो वाह-वाह कर उठेंगे और श्रीगणेश के सामने नतमस्तक हो जाएंगे. पटेल ने अपनी अद्भुत कला का परिचय देते हुए कोरोनासंहारक गणपति का निर्माण किया है.
कोरोना वायरस को गणपति अपने पैरों तले रौंद रहे हैं, वही भक्तों को आशीष में आयुष्य और निरोगी रहने का वरदान दे रहे हैं. पटेल का कहना है उन्होंने यह मूर्ति लोगों को कोरोना के प्रति बचाव के तरीकों को लेकर जागरूकता के लिए बनाई है.
गणेश जी देंगे इम्यूनिटी का वरदान, औषधियों से बनाई प्रतिमा
कोरोना को मात देने के लिए छत्तीसगढ़ के इस कलाकार का प्रयास तो अद्भुत सराहनीय है. रायपुर के रहने वाले प्रतिमा बनाने वाले एक कलाकार ने पेपर, भूसी, अनाज, मसाले और औषधियों के चूर्ण से तैयार की है. कई प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने वाली औषधियों की राख भी इन्होंने प्रतिमा में इस्तेमाल की है,
कलाकार का कहना है कि गणेश चतुर्थी के मौके पर इस तरह की प्रतिमा आरोग्य का वरदान है. यह लोगों को भारतीय आयुर्वेद की जरूरत समझाएगा साथ ही उन्हें प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगा.
गणपति महोत्सव के जरिए डॉक्टरों के सम्मान की अपील
पिछले दिनों हमने चिकित्सकों की टीम पर हमला किए जाने की काफी खबरें देखीं. ऐसे ही लोगों को अपनी कला के जरिए समझाने की कोशिश कर रही हैं इंदौर की रहने वाली निधि शर्मा. निधि का कहना है कि एक तरफ अगर डॉक्टर अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर हमारी जान बचा रहे हैं तो हमें भी उनका सम्मान करना ही होगा,
निधि ने डॉक्टरों को समर्पित घर में ही चॉकलेट से श्रीगणेश बनाए हैं.
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