Neeraj Chopra: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस साल की शुरूआत में भारत के टोक्यो ओलंपिक पदक विजेताओं को नकद पुरस्कार देने में चार करोड़ रुपये खर्च किए. एक रिपोर्ट से यह जानकारी मिली. अपनी हालिया एपेक्स काउंसिल की बैठक के दौरान, भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने अपने सदस्यों को क्रिकेट के अलावा अन्य सामानों पर अपने खर्च का खुलासा किया. 


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टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बीसीसीआई के दस्तावेज के अनुसार, बोर्ड ने भारतीय ओलंपिक संघ को टोक्यो ओलंपिक खेलों में प्रतिस्पर्धा करने वाले देश के एथलीटों का समर्थन करने के लिए 10 करोड़ रुपये का दान दिया. इससे पहले, मार्च के अंत में, भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने आईपीएल के शुरूआती मैच से पहले ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा, कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन और कांस्य पदक विजेता भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सदस्यों को सम्मानित किया.


भाला फेंक खिलाड़ी चोपड़ा को एक करोड़ रुपये जबकि हॉकी टीम को कुल 1.25 करोड़ रुपये दिए गए. बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन को 25 लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया. उनके अलावा, दो रजत पदक विजेताओं भारोत्तोलक मीराबाई चानू और पहलवान रवि दहिया को भी 50-50 लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया. बोरगोहेन के साथ अन्य कांस्य पदक विजेताओं- शटलर पीवी सिंधु और पहलवान बजरंग पुनिया को 25-25 लाख रुपये दिए गए.


बीसीसीआई ने ओलंपिक प्रतिभागियों के लिए पीएम केयर स्मृति चिन्ह पर 5 करोड़ रुपये खर्च किए. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि बीसीसीआई ने पिछले साल कोविड -19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर खरीदने के लिए 3.8 करोड़ रुपये का दान दिया था.


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