नई दिल्ली: भारत के पूर्व कप्तान और चयन समिति के पूर्व प्रमुख दिलीप वेंगसरकर का मानना है कि बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली को राष्ट्रीय चयनकर्ताओं की ओर से विराट कोहली की कप्तानी के मसले पर नहीं बोलना चाहिये था.
इस दिग्गज खिलाड़ी ने गांगुली को लेकर दिया ये बयान
दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाने से पहले विराट ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि बीसीसीआई में से किसी ने उनसे टी20 कप्तानी छोड़ने के लिये नहीं कहा था. गांगुली ने यह दावा किया था कि उन्होंने इस मसले पर कप्तान से बात की थी .
वेंगसरकर ने मीडिया से कहा ,‘‘चयन समिति की ओर से गांगुली के बोलने का कोई मतलब नहीं था. वह बीसीसीआई अध्यक्ष हैं. चयन या कप्तानी के मामले पर चयन समिति के प्रमुख चेतन शर्मा को बोलना चाहिये था.’’
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दिग्गज ने गांगुली की भूमिका पर उठाए सवाल
गांगुली ने कहा था कि टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने के विराट के फैसले के बाद रोहित शर्मा को वनडे टीम का भी कप्तान बनाने का फैसला लिया गया क्योंकि सीमित ओवरों के दो प्रारूपों में दो अलग अलग कप्तान रखने की तुक नहीं है.
वेंगसरकर ने कहा ,‘‘कप्तान को चुनना या हटाना चयन समिति का फैसला है. गांगुली के कार्यक्षेत्र में यह नहीं आता.’’
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