कराची: पाकिस्तान (Pakistan) में क्रिकेट भारत (India) के भरोसे चल रहा है. अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहें तो पाकिस्तान क्रिकेट (Pakistan Cricket Board) की कमर टूटने में देर नहीं लगेगी. यह हम नहीं बल्कि, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के प्रमुख रमीज राजा (Rameez Raja) कह रहे हैं. वही रमीज राजा, जो पाकिस्तान में न्यूजीलैंड से सीरीज रद्द होने पर भारत को कसूरवार ठहरा रहे थे. अब उनके तेवर नरम पड़ते दिखाई दे रहे हैं.


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'ICC की 50% फंडिंग पर चल रहा पाकिस्तान क्रिकेट'
दरअसल, गुरुवार को इस्लामाबाद में अंतर प्रांतीय मामलों की सीनेट की स्थाई समिति के समक्ष पेश हुए रमीज राजा ने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड आईसीसी की फंडिंग पर 50 प्रतिशत चलता है. आईसीसी फंडिंग के मायने यह हैं कि वे टूर्नामेंट कराते हैं और उससे होने वाली कमाई को अपने मेंबर बोर्ड्स में बांट देते हैं. 


'ICC को 90% फंडिंग भारत से मिल रही'
बकौल रमीज राजा, 'आईसीसी को 90 प्रतिशत फंडिंग भारतीय बाजार से मिलती है. एक तरह से भारत के बिजनेस हाउस पाकिस्तानी क्रिकेट को चला रहे हैं. कल को अगर इंडियन प्राइम मिनिस्टर यह सोच लें कि हम पाकिस्तान को फंडिंग नहीं देंगे तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड बर्बाद भी हो सकता है.'


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'PCB को कम करनी होगी निर्भरता'
पीसीबी प्रमुख ने कहा कि समय आ गया है कि पीसीबी आईसीसी से मिलने वाले कोष पर अपनी निर्भरता कम करे और स्थानीय बाजार से जरूरत पूरी करे. रमीज ने कहा कि आईसीसी ‘इवेंट मैनेजमेंट कंपनी’ की तरह बन गई है और अगर न्यूजीलैंड और इंग्लैंड की पुष्ट शृंखला के रद्द होने जैसी घटनाओं को दोबारा होने से रोकना है तो पीसीबी को अपनी बात रखनी होगी.


'न्यूजीलैंड से आ सकती है अच्छी खबर'
उन्होंने कहा, ‘न्यूजीलैंड ने जो किया वह अस्वीकार्य है क्योंकि उन्होंने अब तक हमारे साथ कोई सूचना साझा नहीं की है कि किस आधार पर उन्होंने पाकिस्तान में शृंखला रद्द की. लेकिन अब वह शृंखला का कार्यक्रम दोबारा तय करने का प्रयास कर रहे हैं. ’ रमीज ने संकेत दिए कि एक हफ्ते के समय में न्यूजीलैंड के खिलाफ स्थगित शृंखला से जुड़ी अच्छी खबर आ सकती है.


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