कप्तानी के सवाल पर रवि शास्त्री ने भी छोड़ा कोहली का साथ, कहा- बैटिंग सुधारनी है तो करें ये काम
भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि कोविड-19 से जुड़े दबाव से निपटने के लिए विराट कोहली टी20 के बाद अन्य प्रारूपों से भी कप्तानी छोड़ सकते हैं.
नई दिल्ली: विराट कोहली की बल्लेबाजी पर उनकी कप्तानी का असर लंबे समय से दिख रहा है. टी20 वर्ल्डकप में खराब कप्तानी के लिए लगातार आलोचना सुन रहे कोहली को अब उनके सबसे पसंदीदा कोच रवि शास्त्री की तरफ से भी आलोचना सुननी पड़ रही है.
शास्त्री ने दी वनडे की कप्तानी छोड़ने की सलाह
भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि कोविड-19 से जुड़े दबाव से निपटने के लिए विराट कोहली टी20 के बाद अन्य प्रारूपों से भी कप्तानी छोड़ सकते हैं. यूएई में खेले जा रहे आईसीसी टी20 विश्व कप से भारत के जल्दी बाहर होने के साथ ही शास्त्री का टीम के साथ कार्यकाल समाप्त हो गया.
मानसिक रूप से थक चुके हैं कोहली
पूर्व कोच रवि शास्त्री ने विराट कोहली की कप्तानी के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वह कार्यभार के बेहतर प्रबंधन के लिए अन्य प्रारूपों से भी नेतृत्व की जिम्मेदारी छोड़ सकते है.
उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में उनकी कप्तानी में भारत पिछले पांच साल से शीर्ष पायदान पर काबिज है. जब तक वह मानसिक रूप से थका हुआ महसूस नहीं करेंगे, तब तक वह उसे छोड़ना नहीं चाहेंगे. वह हालांकि निकट भविष्य में बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कप्तानी छोड़ सकते हैं.
उन्होंने कहा कि यह तुरंत नहीं होगा, लेकिन ऐसा हो सकता है. सफेद गेंद के क्रिकेट (सीमित ओवरों के प्रारूप में) के साथ भी ऐसा हो सकता है. वह कह सकते है कि वह अब सिर्फ टेस्ट कप्तानी पर ध्यान केंद्रित करना चाहते है.
कोहली टीम के सबसे फिट खिलाड़ी
शास्त्री ने कोहली को सबसे फिट क्रिकेटर करार देते हुए कहा कि बहुत से सफल खिलाड़ियों ने अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देने के लिए कप्तानी छोड़ दी है. उन्होंने कहा कि उसमें खेल में अच्छा करने की भूख निश्चित रूप से बरकरार है, वह टीम में किसी से भी ज्यादा फिट है. उसके बारे में कोई शक नहीं. जब आप शारीरिक रूप से फिट होते हैं, तो खेल में आपकी उम्र बढ़ती है.
कप्तानी के मामले में, यह उनका फैसला होगा, लेकिन मैं देखता हूं कि वह सफेद गेंद के क्रिकेट को ना कह सकते हैं, लेकिन लाल गेंद क्रिकेट में उसे खेल जारी रखना चाहिये, क्योंकि वह टेस्ट क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ रहे हैं.
शास्त्री का अनुमान है कि कोहली के अलावा और भी कई खिलाड़ी बायो बबल की थकान से निपटने के लिए लंबा ब्रेक ले सकते हैं. उन्होंने कोविड-19 के समय में विभिन्न प्रारूप के लिए अलग कप्तान की जरूरत पर जोर दिया.
आईपीएल से बढ़ी खिलाड़ियों की थकान
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में अलग-अलग कप्तान होना जरूरी है, क्योंकि इससे खिलाड़ी पर दबाव कम होगा. मुझे लगता है कि बहुत सारे खिलाड़ी ब्रेक लेना चाहते हैं. आपको समय-समय पर खेल से विश्राम देने की जरूरत होगी.
भारत के विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव ने खिलाड़ियों पर देश से ज्यादा आईपीएल को तरजीह देने के आरोप पर के बारे में पूछे जाने पर शास्त्री ने कहा कि अप्रैल में आईपीएल के स्थगन के बाद उनके पास (बीसीसीआई) कोई विकल्प नहीं था. मुझे नहीं लगता कि भविष्य में फिर ऐसा होगा. जहां तक कपिल की बात है तो वह आईपीएल के कार्यक्रम को लेकर सही है, क्योंकि इससे खिलाड़ियों की थकान बढ़ी.
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