नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का अंत फिलहाल नजर नहीं आ रहा. यूक्रेन को नाटो देशों से इमोशनल सपोर्ट लगातार मिल रहा है. इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से एक बड़ा अवार्ड वापस छीन लिया गया है. 


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अंतरराष्ट्रीय तैराकी महासंघ (फिना) ने यूक्रेन पर पर रूस के हमले के कारण मंगलवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दिया गया फिना आर्डर सम्मान वापस लेने का फैसला किया. 


किसी रूसी खिलाड़ी को तैराकी प्रतियोगिता भाग लेने की अनुमति नहीं


विश्व तैराकी की सर्वोच्च संस्था ने इसके साथ ही घोषणा की कि रूस और बेलारूस के किसी भी खिलाड़ी या अधिकारी को अपने देश के नाम के साथ भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी लेकिन वे तटस्थ खिलाड़ियों के रूप में भाग ले सकते हैं. 


फिना ने बयान में कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन को 2014 में दिया गया फिना आर्डर वापस ले लिया गया है. इसमें कहा गया है, ‘‘अगले आदेश तक रूस या बेलारूस के किसी भी खिलाड़ी या अधिकारी को रूस या बेलारूस के नाम के तहत प्रतियोगिताओं में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी.


रूसी या बेलारूसी खिलाड़ियों को व्यक्तिगत या टीम के रूप में तभी स्वीकार किया जाएगा जब वे तटस्थ खिलाड़ी या तटस्थ टीम के रूप में भाग लें. ’’ 


रूस के खिलाफ एकजुट हो रहे कई देश


रूस के खिलाफ धीरे धीरे कई देश एकजुट हो रहे हैं. जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने कहा है कि रूस को यूक्रेन से अपनी सेनाएं तुरंत वापस लेनी चाहिए और रक्तपात को समाप्त करना चाहिए. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो मास्को की आक्रामकता का जवाब और प्रतिबंधों से दिया जाएगा.


यूक्रेन पर हमले के चलते पश्चिमी देशों की ओर से लगातार प्रतिबंधों का सामना कर रहे रूस को जल्द ही एक और बड़ा झटका लग सकता है. ब्रिटेन ने कहा है कि रूस को लेकर हमारे सामने विकल्पों में उसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) से बाहर करना भी है. 


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