नई दिल्लीः गुरुवार 21 दिसंबर को WFI के चुनाव के बाद संजय कुमार सिंह को भारतीय कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष बनाया गया. इसके बाद ही देश की महिला पहलवान साक्षी मलिक ने अपने कुश्ती करियर को अलविदा करने का फैसला ले लिया है. उन्होंने अपने संन्यास का ऐलान करते हुए कहा कि अगर बृजभूषण सिंह का बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी इस फेडरेशन में रहेगा, तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं. 


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'देश के सभी लोगों का बहुत-बहुत धन्यवाद'
साक्षी मलिक ने रोते हुए कहा कि हम 40 दिनों तक सड़कों पर सोए. हमने अपनी लड़ाई पूरी मेहनत के साथ लड़ी. इस दौरान देश के कई हिस्सों से बहुत सारे लोग हमारे समर्थन में आए. इसके लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद. लेकिन अगर कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह जैसा आदमी या उनका बिजनेस पार्टनर और करीबी रहेगा, तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं. 


#WATCH दिल्ली: पहलवान साक्षी मलिक ने कहा, "हम 40 दिनों तक सड़कों पर सोए और देश के कई हिस्सों से बहुत सारे लोग हमारा समर्थन करने आए। अगर बृजभूषण सिंह के बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी इस फेडरेशन में रहेगा, तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं..." pic.twitter.com/7cuGRWUXbM



अनीता श्योराण से था संजय सिंह का सामना
बता दें कि WFI के चुनाव में संजय कुमार सिंह का मुकाबला राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता अनीता श्योराण से था. अनीता श्योराण को उन पहलवानों का समर्थन हासिल था, जिन्होंने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. 


संजय कुमार सिंह को मिले 40 मत
चुनाव में संजय कुमार सिंह को 40, तो अनीता श्योराण को 7 मत प्राप्त हुए. बृजभूषण शरण सिंह साल 2011 में इस पद के लिए चुने गए थे. तब से अब तक यानी पिछले 12 सालों से वे भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष थे. 


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