नई दिल्लीः टी20 वर्ल्ड कप में बुमराह के बदले भारतीय टीम में शामिल तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के कोच ने एक बड़ा खुलासा किया है. शमी के कोच मोहम्मद बदरुदीन का कहना है कि टीम में सेलेक्शन न होने पर शमी काफी नाखुश थे, लेकिन वे अपनी उदासी को कभी खुलकर सामने नहीं रख पाए. 


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'लगातार मेहनत में जुटे रहे शमी'


मोहम्मद शमी के कोच का मानना है कि पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप में औसत प्रदर्शन और आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के बाद भी उनपर विचार नहीं किया गया और जब उन्हें मौका मिला तो वे कोविड पॉजिटिव हो गए. अंत में जसप्रीत बुमराह के चोटील होने पर उन्हें टीम में शामिल किया गया. हालांकि, शमी ने अपने गुस्से को जाहिर किए बगैर अपनी गेंदबाजी पर मेहनत करते रहे और आज वो टी20 वर्ल्ड कप में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं. 


'गेंदबाजी में महारत हासिल करना चाहते हैं शमी'


शमी के कोच ने बताया कि वह तेज गेंदबाजी में महारत हासिल करना चाहते हैं. इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. बांग्लादेश के खिलाफ मैच में अपने दो ओवरों के पहले स्पेल में उन्होंने 21 रन दिया. उन्होंने अपनी गेंद पर शंटो को आउट भी किया. शमी उन खिलाड़ियों में से नहीं है, जो जिम पर ज्यादा भरोसा करते हैं. बल्कि वे अपने खेतों में घंटों गेंदबाजी का अभ्यास करते हैं. यही नहीं अभ्यास के लिए उन्होंने खेतों में एक धीमी और दूसरी तेज पिच भी बनाई है.


'शमी के अनुकूल है ऑस्ट्रेलिया की पिचें'


टी20 वर्ल्ड कप में उन्हें बहुत उम्मीद थी कि टीम में उसका चयन किया जाएगा. क्योंकि टी20 वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में था और वहां की पिचें उनकी गेंदबाजी के अनुकूल ही है, लेकिन जब उसका सेलेक्शन टीम में नहीं हुआ तो वो बहुत निराश हो गए. हालांकि अपनी नराजगी का असर शमी ने कभी अपने काम पर नहीं पड़ने दिया.


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