नई दिल्ली: विराट कोहली एक बार फिर सफेद जर्सी में नजर आने जा रहे हैं. टी20 वर्ल्डकप की कड़वी यादें भुलाकर कोहली एक नई शुरुआत करना चाहते हैं.


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बायो बबल की थकान मिटाने के बाद अब कोहली न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई टेस्ट में वापसी करने जा रहे हैं. वानखेड़े स्टेडियम में कोहली के पास दुनियाभर के तमाम बड़े रिकॉर्ड तोड़ने का आसान मौका है.


पोंटिंग की बराबरी का शानदार मौका
विराट कोहली अगर न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई टेस्ट में शतक जड़ने में सफल होते हैं तो वो रिकी पॉन्टिंग के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में साझा रूप से सबसे ज्यादा शतक जड़ने के मामले में सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे पायदान पर आ जाएंगे. इंटरनेशनल क्रिकेट में कोहली के नाम 70 शतक दर्ज हैं. इसमें से 27 केवल टेस्ट में हैं. वहीं रिकी पोंटिंग के नाम 560 मैच में 71 शतक हैं.


विराट कोहली के नाम 445 अंतरराष्ट्रीय मैच में 70 शतक दर्ज हैं. वनडे में कोहली के 43 और टेस्ट में 27 शतक हैं. कोहली ने पिछली बार 2016 में जब आखिरी बार वानखेड़े में टेस्ट मैच खेला गया था तब 235 रनों की पारी खेली थी.


दो साल से नहीं निकला कोहली के बल्ले से शतक
कोहली ने आखिरी बार 2019 में कोलकाता में बांग्लादेश के खिलाफ शतक जड़ा था. उन्होंने पिंक बॉल टेस्ट में शतकीय पारी खेली, लेकिन उसके बाद से उन्हें मैदान पर हेलमेट निकालकर बल्ला लहराने का मौका नहीं मिला. वानखेड़े स्टेडियम में टीम इंडिया ने आखिरी बार टेस्ट मैच पांच साल पहले साल 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था.


उस मैच में टीम इंडिया ने इंग्लैंड को विराट कोहली की कप्तानी पारी की बदौलत पारी और 36 रन के अंतर से जीत हासिल की थी. विराट कोहली ने उस मैच में शानदार दोहरा शतक जड़ा था. उन्होंने 340 गेंद में 235 रन की पारी खेली थी और इस दौरान 25 चौके और 1 छक्का जड़ा था.


कप्तानी में सबसे ज्यादा शतक ठोकने वाले खिलाड़ी
विराट कोहली और पोंटिग के कप्तान के रूप में बराबर शतक हैं. कोहली को ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज रिकी पोंटिंग से आगे निकलने के लिए केवल एक शतक की जरूरत है, ताकि वह सभी प्रारूपों में कप्तान के रूप में सर्वाधिक शतक जमाने वाले बल्लेबाज बन सकें. कोहली और पोंटिंग दोनों वर्तमान में कप्तान के रूप में 41-41 शतक के साथ शीर्ष स्थान पर हैं.


वानखेड़े में भारत का शानदार रिकॉर्ड
इस मैदान पर 25 टेस्ट खेले जा चुके हैं जिनमें से 11 भारत ने जीते, सात हारे और सात ड्रॉ रहे . इस मैदान पर पहला टेस्ट वेस्टइंडीज के खिलाफ जनवरी 1975 में खेला गया जिसमें भारत को 201 रन से पराजय झेलनी पड़ी.  कोहली ने वानखेड़े स्टेडियम में खेले गये चार टेस्ट मैचों में 433 रन बनाये हैं.


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