नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) को हरियाणा के हांसी में पुलिस ने शनिवार को कथित तौर पर स्पिनर युजवेंद्र चहल के खिलाफ जातिवादी गाली का इस्तेमाल करने के मामले में गिरफ्तार किया. हालांकि, बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया.


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युवराज से की गई पूछताछ
खबरों के मुताबिक, अंतरिम जमानत पर रिहा होने से पहले युवराज से तीन घंटे तक पूछताछ की गई. युवराज सिंह को भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए और धारा 505 के तहत गिरफ्तार किया गया.


लाइव सत्र में अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप
पिछले साल कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन में खिलाड़ियों को इन्स्टाग्राम पर वीडियो चैट करते हुए देखा गया था. पता चला है कि जून 2020 में युवराज ने भारत के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के साथ एक इंस्टाग्राम लाइव सत्र के दौरान चहल के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की थी. शर्मा के साथ चहल के प्रसिद्ध टिक-टॉक और इंस्टाग्राम वीडियो के बारे में बात करते हुए युवराज ने एक अभद्र टिप्पणी की, जो प्रकृति में जातिवादी थी. 


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युवी का मोबाइल किया गया जब्त
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक युवराज सिंह की गिरफ्तारी शनिवार को ही हुई थी, लेकिन इस संबंध में जानकारी रविवार को सामने आई. बताया जा रहा है कि पुलिस ने युवराज सिंह को जांच में शामिल करने के बाद रिहा कर दिया. मामले की जांच के लिए उनका मोबाइल जब्त किया गया है. पुलिस ने सबूत इकट्ठा करने की दृष्टि से युवराज का मोबाइल लिया है.


हांसी में दर्ज हुई थी एफआईआर
याद रहे कि हिसार के हांसी में दलित अधिकार कार्यकर्ता और एडवोकेट रजत कलसन ने युवराज सिंह के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई थी. कलसन ने युवराज की गिरफ्तारी की मांग की थी. सोशल मीडिया यूजर्स ने इस वीडियो की क्लिप बनाई और इसे वायरल कर दिया. बाद में मामले ने तुल पकड़ लिया था.


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