नई दिल्लीः एयर इंडिया कोरोना संकट में धड़ाधड़ फैसले रहा है. बुधवार को इस भारतीय विमानन कंपनी ने एक और बड़ा फैसला लिया है. इंडियन एयरलाइंस एयर इंडिया ने बुधवार को घोषणा की है कि उनके सभी ऑफिस में 20 जुलाई से पूरी क्षमता के साथ काम होगा. काम पर नहीं आने वालों को अनुपस्थित करार दिया जाएगा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वर्क फ्रॉम होम सिर्फ हाई रिस्क कर्मियों के लिए 
एयरलाइंस ने कहा, अब यह फैसला का गया कि 20 जुलाई से एयर इंडिया के ऑफिस में पूरी क्षमता के साथ काम होगा और कोविड-19 की स्थिति के चलते कोई अलग से रोस्टर नहीं होगा. उन कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम पर विचार किया जा सकता है जो मेडिकल कंडिशन के चलते हाई रिस्क पर हैं, या गर्भवती महिलाएं और जो कर्मचारी कंटेनमेंट जोन में हैं. 



कंटेनमेंट जोन में रह रहे कर्मियों को दी छूट
कंपनी ने फिलहाल कंटेनमेंट जोन में रह रहे कर्मचारियों को छूट दी है. हालांकि उनसे कहा गया है कि कंटेनमेंट के बारे में अपनी स्थिति ऑफिस को बताते रहें. इसके पहले खबर आई थी कि एयर इंडिया ने अपने कुछ कर्मचारियों को छह महीने से लेकर पांच साल तक जबरन छुट्टी पर भेजने की तैयारी कर ली है. 



 


सोशल डिस्टेंसिंग का हो पालन
इसके साथ ही, सभी विभाग के प्रमुखों से कहा गया कि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन सुनिश्चित हो, साथ में पर्याप्त सैनिटाइजेशन के साथ अन्य संबंधित उपायों का कड़ाई से पालन किया जाए.  कोरोना संकट और अन्य कई कारणों से यह विमानन कंपनी वित्तीय समस्याओं से जूझ रही है. 


एयर इंडिया का फैसला, अपने कर्मियों को पांच साल के लिए अनिवार्य अवकाश पर भेजेगी


DRDO का संपर्क (SAMPARK) रखेगा क्वारंटाइन किए गए लोगों पर नजर